वेंटिलेटर की फिर हुई टेस्टिग, 250 आक्सीजन कंसंट्रेटर में 14 का हुआ उपयोग
जागरण संवाददाता उन्नाव कोरोना की किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने के लिए इसबार प्रशासन प
जागरण संवाददाता, उन्नाव : कोरोना की किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने के लिए इसबार प्रशासन पूरी तरह तैयारी कर चुका है। कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी से स्वास्थ्य विभाग को जूझना पड़ा था लेकिन अब उससे भी निपटने की तैयारी कर ली गई है। जिले में 250 से अधिक आक्सीजन कंसंट्रेटर हैं जिनमें सिर्फ 14 का उपयोग किया गया हे। वेंटिलेटर भी चालू हालत में जिनकी माह ही माकड्रिल टेस्टिग की गई थी।
सीएमओ डा. आशुतोष कुमार ने बताया कि 250 आक्सीजन कंसंट्रेटर हैं जिनमें कोरोना की दूसरी लहर में 14 उपयोग में लाए गए थे। शेष आज भी चालू हालत में बिना उपयोग के रखे हैं। उसके बाद से अब तक उनके उपयोग की जरूरत नहीं पड़ी है। जो आक्सीजन कंसंट्रेटर हैं उनमें 50 विभिन्न संस्थाओं से दान में मिले हैं। जिला अस्पताल में 20 वेंटिलेटर हैं जिनमें दूसरी लहर में सभी का उपयोग किया गया था। जिला अस्पताल सीएमएस डा. पवन कुमार ने बताया कि नौ वेंटिलेटर सरस्वती मेडिकल कालेज कोविड एल-थ्री हास्पिटल को डीएम के निर्देश पर गए थे जो उनके पास हैं अन्य 11 वेंटिलेटर जिला अस्पताल कोविड आइसोलेशन यूनिट में लगे हैं। उनकी टेस्टिग माकड्रिल में की जा चुकी है।
सीएमओ ने बताया कि जो आक्सीजन कंसंट्रेटर हैं वह कोविड एल-वन समकक्ष सीएचसी औरास, बांगरमऊ, बिछिया तथा सौ बेड मौरावां अस्पताल को दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि बांगरमऊ , औरास, बिछिया व मौरावां में पीकू वार्ड बनाए गए है। इनमें मौरावां में दो पीडियाट्रिक वेंटिलेटर भी लगे हैं।