Move to Jagran APP

आवारा मवेशियों को स्कूल में बंदकर किया हंगामा

आवारा मवेशियों से परेशान खरगौरा गांव के किसानों ने करीब एक सैकड़ा गोवंशियों को घेरकर प्राथमिक विद्यालय में बंद कर गेट में ताला लगा दिया। सोमवार सुबह स्कूल पहुंचे शिक्षकों ने मवेशियों को बाहर निकालने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया और जमकर हंगामा काटा। इस दौरान प्रदेश सरकार के साथ विधायक के खिलाफ नारे लगाए गए।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Sep 2019 11:55 PM (IST)Updated: Tue, 01 Oct 2019 06:23 AM (IST)
आवारा मवेशियों को स्कूल में बंदकर किया हंगामा
आवारा मवेशियों को स्कूल में बंदकर किया हंगामा

संवाद सहयोगी, सफीपुर : आवारा मवेशियों से परेशान खरगौरा गांव के किसानों ने करीब एक सैकड़ा गोवंशियों को घेरकर प्राथमिक विद्यालय में बंद कर गेट में ताला लगा दिया। सोमवार सुबह स्कूल पहुंचे शिक्षकों ने मवेशियों को बाहर निकालने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया और जमकर हंगामा काटा। इस दौरान प्रदेश सरकार के साथ विधायक के खिलाफ नारे लगाए गए। वहीं हंगामा होता देख बच्चे अपने घरों को वापस लौट गए। सूचना पर पुलिस और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों को मनाने का प्रयास किया। दिन भर चले मान मनौव्वल के बाद भी ग्रामीण नहीं माने। वह गोशाला बनाने और पड़ोस की गोशाला में बैरिकेडिग करने की जिद पर अड़े रहे। शाम तक समस्या का हल नहीं निकल सका।

loksabha election banner

मियांगज और स़फीपुर ब्लाक सीमा के गांव खरगौरा में अन्ना मवेशियों की बाढ़ आ गई है। समस्या से आक्रोशित होकर किसानों ने रविवार शाम करीब एक सैकड़ा अन्ना मवेशियों को घेरकर प्राथमिक विद्यालय में बंद कर गेट में ताला डाल कर ग्रामीणों का पहरा बैठा दिया। सोमवार सुबह शिक्षक और बच्चे स्कूल पहुंचे जहां ताला बंद देखा। ग्रामीणों से ताला खोलने को कहा गया तो ग्रामीणों ने सरकार और विधायक के खिलाफ नारेबाजी की। मौके की नजाकत भांप शिक्षकों ने उच्चाधिकारियों को जानकारी दी। हंगामे की सूचना पर एसडीएम नंहक्कू, बीडीओ पंकज गौतम,एडीओ पंचायत सुरेश चंद्र, पशु चिकित्साधिकारी आरके चौरसिया सहित आसीवन पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। एसडीएम ने ग्रामीणों के साथ बैठक कर समस्या निदान की वार्ता की। दिन भर कई राउंड की चली बातचीत के बाद भी कोई हल नहीं निकल सका। ग्रामीण गांव में गोशाला बनाये जाने तक मवेशियों को कहीं दूर ले जाने की जिद कर रहे थे। वहीं प्रशासन अन्ना गोवंशियों को पड़ोसी गांव लहबरपुर की गोशाला भेजने पर अड़ा रहा। ग्रामीण का आरोप है कि लाहबरपुर गौशाला में बाउंड्रीवाल व बैरिकेडिग न होने से मवेशी भागकर वापस गांव आ जाते हैं।शाम तक जब कोई निर्णय न हो सका तो प्रशासनिक अमला वापस लौट आया। एसडीएम ने बताया कि ग्रामीण लहबरपुर गोशाला की बैरिकेडिग करने की जिद पर अड़े है। समस्या समाधान का प्रयास किया जा रहा है।

-------------------

किसान का गिरेबान पकड़ने पर भड़के ग्रामीण

- किसान रुद्रपाल सिंह एसडीएम नंहक्कू को अन्ना मवेशियों से हो रही फसल के नुकसान की समस्या बता रहा था। इसी बीच आसीवन दारोगा विनोद कुमार ने उसका गिरेबान पकड़कर फर्जी मुकदमा में फंसाने की धमकी दे घसीट कर जीप पर बैठने का प्रयास किया। यह देख ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया और शासन व प्रशासन विरोधी नारे लगाए। बाद में एसडीएम के हस्तक्षेप पर दारोगा ने किसान को छोड़ दिया। तब जाकर ग्रामीण शांत हुए।

-------------------

भूख प्यास से तड़पते रहे मवेशी

- रविवार शाम को विद्यालय में ग्रामीणों द्वारा बंद किये गए मवेशियों को दूसरे दिन शाम तक चारा पानी नहीं दिया गया। एक तरफ प्रशासन और ग्रामीण वार्ता कर समस्या समाधान की खोज में लगे रहे। वहीं उनके सामने ही मवेशी भूख प्यास से बेहाल रहे। बीडीओ पंकज कुमार गौतम ने कहा कि वह मौके पर ही हैं। चारा पानी की व्यवस्था की जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.