हसनगंज में यूपीडा और तहसील कर्मियों ने किया रकबा मिलान
जागरण संवाददाता उन्नाव गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए जिले में तहसीलों के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण से पह
जागरण संवाददाता, उन्नाव: गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए जिले में तहसीलों के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण से पहले यूपीडा और तहसील के रकबा प्रस्ताव का मिलान जारी है। जिसमें हसनगंज तहसील के अंतर्गत यूपीडा ने एक्सप्रेस-वे के लिए जितनी जमीन के रकबे का प्रस्ताव तैयार किया था। वह तहसील के बंदोबस्ती रकबे से अधिक है। जिसका मौके पर मिलान करने के लिए शुक्रवार को यूपीडा के अधिकारियों के साथ एडीएम भी मौके पर पहुंचे। जहां यूपीडा और तहसील के रकबे में आ रहे अंतर को स्थलीय तौर पर समझते हुए एक निश्चित भूमि रकबा तय किए जाने की तैयारी पर कवायद की गई।
गौरतलब है कि गंगा एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत जिले में 100 किमी का क्षेत्रफल आ रहा है। जो जनपद की सभी तहसीलों के तय गांव के बीच से निकलेगा। एक्स्प्रेस-वे का एलाइनमेंट कार्य जहां लगभग पूरा है। वहीं यूपीडा के भूमि अधिग्रहण अधिकारियों व कर्मियों ने तैयार हो चुके एलाइनमेंट वाली तहसीलों में भूमि रकबे का प्रस्ताव बनाया है। यूपीडा के तैयार प्रस्ताव में जो भूमि रकबा हसनगंज तहसील का दिखाया गया है। वह हकीकत में तहसील से तैयार बंदोबस्ती रकबे से अधिक है। इसलिए भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई तब तक शुरू नहीं की जा सकती है। जब तक कि यूपीडा व तहसील के भूमि रकबे में समानता नहीं आती है। इसी रकबे की समानता के लिए यूपीडा के अधिकारी वर्मा और एडीएम राकेश कुमार सिंह मौके पर पहुंचे थे।
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सलेमपुर और बिरसिंहपुर गांव में फंस रहा था पेंच
- गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए यूपीडा ने जो भूमि रकबे का प्रस्ताव बनाया है। वह तहसील के मुताबिक हसनगंज के दो गांव सलेमपुर और बिरसिंहपुर कें दो गाटों पर मिलान नहीं करता है। उपजिलाधिकारी प्रदीप वर्मा ने बताया कि इसका मिलान हो गया है। अब कोई दिक्कत नही है।