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उन्नाव में माहौल खराब करने का प्रयास, जिला प्रशासन ने नाकाम किया

उन्नाव में जिले में भी माहौल खराब करने का प्रयास किया गया। क्रिकेट मैच के दौरान हुए विवाद को सांप्रदायिक रूप देने के प्रयास को जिला प्रशासन ने विफल कर दिया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 13 Jul 2019 04:10 PM (IST)Updated: Sat, 13 Jul 2019 04:10 PM (IST)
उन्नाव में माहौल खराब करने का प्रयास, जिला प्रशासन ने नाकाम किया
उन्नाव में माहौल खराब करने का प्रयास, जिला प्रशासन ने नाकाम किया

उन्नाव, जेएनएन। मॉब लिंचिंग को लेकर इन दिनों माहौल काफी गरम है। इसी को लेकर कल उन्नाव में जिले में भी माहौल खराब करने का प्रयास किया गया। क्रिकेट मैच के दौरान हुए विवाद को सांप्रदायिक रूप देने के प्रयास को जिला प्रशासन ने विफल कर दिया। पुलिस ने इस दौरान हिरासत में लिए गए युवकों को छोड़ दिया।

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उन्नाव में क्रिकेट के दौरान हुए विवाद में मदरसा छात्रों से मारपीट और मॉब लिंचिंग के आरोप में नामजद युवकों को पुलिस ने मौके पर मौजूद न होने के प्रमाण दिए जाने के बाद छोड़ दिया। जांच में चश्मदीद के सामने आने पर ये स्पष्ट हो गया कि नामजद कराए गए तीन युवकों में एक मारपीट में शामिल था। पुलिस अब उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। चश्मदीद के बयान से भी ये स्पष्ट हो गया कि मैदान पर नशेबाजी कर रहे युवकों से छात्रों का विवाद हुआ था जिसके बाद मारपीट हुई।

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में मदरसे के छात्रों के साथ बदसलूकी और पिटाई का कथित मामला सामने आया था। इसके बाद जामा मस्जिद के मौलाना नईम मिस्बाही का आरोप है कि कुछ लोगों ने क्रिकेट खेल रहे छात्रों को 'जय श्रीराम' बोलने के लिए कहा था। इसकी जानकारी होने पर जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार पाण्डेय ने कमान अपने हाथ में ली। उन्होंने बताया कि उन्नाव में कोई नारा नहीं लगाया गया था, बच्चों के खेल में लड़ाई हुई थी। केवल अराजक तत्वों ने माहौल खराब करने का काम किया था।

पुलिस जांच में सामने आया कि 11 जुलाई को दो पक्षों के बच्चे आमने सामने आ गए। उनमें विवाद क्रिकेट खेलने के दौरान हुआ। इस दौरान उन्होंने एक-दूसरे से मार-पीट की लेकिन उससे पहले पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाल लिया। जामा मस्जिद के मौलाना नईम मिस्बाही का आरोप है कि कुछ लोगों ने क्रिकेट खेल रहे छात्रों को 'जय श्रीराम' बोलने के लिए कहा था। मौलाना नईम मिस्बाही ने कहा कि 'जय श्रीराम' न बोलने पर उपद्रवियों ने पहले छात्रों के साथ बदसलूकी की। इसके बाद बच्चों पर पथराव किया गया। उन्नाव शहर के क्षेत्राधिकारी उमेश चंद्र त्यागी ने कहा कि गवर्नमेंट इंटर कॉलेज में क्रिकेट ग्राउंड पर दो समूहों के बीच झड़प हुई। इस दौरान जामा मस्जिद मदरसे के तीन बच्चे घायल हो गए। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था।

'एक्शन' की धमकी पर बिफरे हिंदू  संगठन

उन्नाव के जीआइसी मैदान में गुरुवार को क्रिकेट मैच के दौरान हुई मारपीट के बाद मदरसा के प्रधानाचार्य की धमकी के वायरल हुए वीडियो ने बखेड़ा कर दिया। कल सुबह गुस्साए हिंदू  संगठनों के सैकड़ों युवाओं ने पहले कोतवाली घेरी, फिर कलेक्ट्रेट गेट पर डीएम का घेराव किया। डीएम ने इन सभी को कड़ी फटकार लगाई। युवाओं ने कहा कि मदरसा के प्रधानाचार्य पर आरोप लगाया कि मारपीट की मामूली घटना गलत तरीके से पेश कर वह माहौल बिगाडऩे की कोशिश कर रहे हैं।

नामजद युवकों के मौके पर मौजूद नहीं होने के सुबूत भी डीएम को दिए। इसके बाद निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई करने के आश्वासन पर युवकों का गुस्सा शांत हुआ। मदरसा के प्रधानाचार्य नईम ने 'जो अब तक न हुआ ऐसा एक्शन लेने' और 'जुमा पर कुछ भी हो सकता है' की धमकी भरी प्रतिक्रिया दी थी। इसका वीडियो वायरल हुआ तो हिंदू संगठनों को प्रधानाचार्य की धमकी नागवार गुजरी। सुबह-सुबह सड़क पर उतर आए। पांच सौ से ज्यादा युवाओं की भीड़ ने सदर कोतवाली का घेराव कर प्रिंसिपल पर कार्रवाई की मांग की।  


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