Move to Jagran APP

उन्नाव कांड में बीमार विधायक की पेशी माफ, शशि पहुंची अदालत

कुलदीप सेंगर अदालत नहीं पहुंचे। शशि सिंह को पाक्सो कोर्ट में पेश किया गया। वहां दोनों की 14 दिनों की न्यायिक रिमांड बढ़ाकर तारीख 25 मई तय की गई।

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 11 May 2018 07:55 PM (IST)Updated: Sat, 12 May 2018 06:01 PM (IST)
उन्नाव कांड में बीमार विधायक की पेशी माफ, शशि पहुंची अदालत
उन्नाव कांड में बीमार विधायक की पेशी माफ, शशि पहुंची अदालत

उन्नाव (जेएनएन)। आरोपित विधायक कुलदीप सेंगर लगातार दूसरी बार अदालत नहीं पहुंचे। इस बार सीतापुर जेल अधीक्षक ने विधायक की बीमारी को कारण बताते हुए उनकी पेशी माफी का प्रार्थनापत्र भेजा। मामले की दूसरी आरोपित शशि सिंह को स्पेशल जज पाक्सो कोर्ट में पेश किया गया। वहां दोनों की 14 दिनों की न्यायिक रिमांड बढ़ाकर अगली तारीख 25 मई तय की गई।

loksabha election banner

13 अप्रैल को गिरफ्तार विधायक की इससे पहले न्यायिक रिमांड पेशी 27 अप्रैल को थी। इसमें सीबीआइ ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए जेल से अदालत लाने की समस्या का हवाला दिया था। इसके बाद स्पेशल जज पाक्सो कोर्ट ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से पेशी मानते हुए 11 मई की तारीख तय की थी। इसी के बाद चार दिन पूर्व उन्हें उन्नाव से सीतापुर जेल शिफ्ट कर दिया गया। इसी के बाद शुक्रवार को उन्हें और इसी मामले की सह आरोपित शशि सिंह को न्यायालय में पेश होना था। पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे सह आरोपित शशि को पुलिस पाक्सो कोर्ट लेकर पहुंची लेकिन, विधायक को पेशी पर न लाकर उनकी बीमारी का हवाला देते हुए पेशी माफी का प्रार्थना पत्र दिया जिसमें उन्हें बीमार बताकर तीन दिन के लिए बेड रेस्ट पर होने की जानकारी दी गई थी। इसी के बाद स्पेशल जज पाक्सो कोर्ट ने प्रार्थनापत्र स्वीकार करते हुए दोनों की 14 दिनों की रिमांड बढ़ा दी। 

बड़ी बहन ने सीबीआइ कोर्ट को बताई दास्तां

उन्नाव के माखी गांव की पीडि़ता की बड़ी बहन के बयान शुक्रवार को सीबीआइ कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज हुए। उससे पिता की हत्या के मामले में पूछताछ हुई और उसने मजिस्ट्रेट के समक्ष पूरी दास्तां बयां की। अभी परिवार के छह अन्य सदस्यों के बयान होने बाकी है। उन्हें 14 मई को फिर से बुलाया गया है। सीबीआइ ने पीडि़त परिवार से पूछताछ पूरी होने के बाद अब सभी पारिवारिक सदस्यों के मजिस्ट्रेट के सामने कलम बंद बयान कराना शुरू किया है। गुरुवार को पीडि़ता की मां के बयान दर्ज करने के बाद शुक्रवार को फिर पूरा परिवार लखनऊ सीबीआइ कोर्ट बुलाया गया। वहां केवल पीडि़ता की बड़ी बहन के बयान मजिस्ट्रेट ने लिए। करीब दो घंटे बाद उन्हें वापस भेज दिया गया। अब पीडि़ता के चाचा, छोटे भाई-बहन, चाची और दादी के बयान होना बाकी रह गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.