आधी अधूरी तैयारी के साथ शुरू हुआ ट्रामा सेंटर
वर्षों से बंद चल रहे ट्रामा सेंटर का संचालन न होने के मामले में विधानसभा अध्यक्ष ने आपत्ति उठाई तो शासन हरकत में आ गया। आनन फानन अब तक स्टोर में बंद उपकरणों को फिट कराने के साथ ही शुक्रवार शाम से ट्रामा सेंटर का संचालन शुरु कर दिया गया। शनिवार को दोपहर तक सात मरीजों को भर्ती किया गया है। यह बात अलग है अभी तमाम सारी व्यवस्था न होने से स्टाफ को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : वर्षों से बंद चल रहे ट्रामा सेंटर का संचालन न होने के मामले में विधानसभा अध्यक्ष ने आपत्ति उठाई तो शासन हरकत में आ गया। आनन फानन अब तक स्टोर में बंद उपकरणों को फिट कराने के साथ ही शुक्रवार शाम से ट्रामा सेंटर का संचालन शुरु कर दिया गया। शनिवार को दोपहर तक सात मरीजों को भर्ती किया गया है। यह बात अलग है अभी तमाम सारी व्यवस्था न होने से स्टाफ को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
तीन वर्ष बीतने के बाद भी ट्रामा सेंटर का संचालन न शुरु होने का मुद्दा जागरण ने लोकसभा चुनाव के दौरान उठाया था। उसके बाद जनप्रतिनिधियों का भी पक्ष लिया। जागरण के मुद्दे को विधानसभा अध्यक्ष ने गंभीरता से ले शासन व स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भेज आपत्ति दर्ज कराई। विधानसभा अध्यक्ष का तंज भरे पत्र ने नींद में सो रहे स्वास्थ्य विभाग को जगा दिया। एक सप्ताह में ट्रामा सेंटर चालू करने का फरमान जारी हुआ। आनन फानन आइसीयू से लेकर वार्ड तक की व्यवस्था को दुरुस्त कर शुक्रवार शाम से ट्रामासेंटर का संचालन शुरु कर दिया गया। दुर्घटना में घायल जगदीश व पप्पू को पहले मरीज के रूप में भर्ती किया गया। शुक्रवार से शनिवार तक सात मरीज भर्ती किए गए । सीएमएस डॉ. एमलाल ने निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया। ट्रामासेंटर प्रभारी डिप्टी सीएमओ डॉ. अजीत सिंह ने बताया कि आईसीयू और वेंटीलेटर शुरु हो गया है। न्यूरो और जनरल सर्जन तथा दो ईएमओ एक एनेस्थेटिस्ट की मांग की है। स्टाफ को झेलनी पड़ी दुश्वारियां
ट्रामा सेंटर का संचालन तो शुरु कर दिया गया लेकिन अभी तमाम कमियां हैं। स्टाफ के लिए कुर्सी मेज तक नहीं है। पहले दिन स्टाफ को बेड पर रजिस्टर रखकर लिखापढ़ी करनी पड़ी। इसी तरह की कई और कमियां रहीं। सीएमएस डॉ. एमलाल ने कहा कि आज तो पहलार दिन है दो-चार दिन में सारी व्यवस्था पूरी कर ली जाएगी।