अधिवक्ता की पत्नी समेत कोरोना से तीन की मौत, 84 पॉजिटिव
जागरण संवाददाता उन्नाव कोरोना का कहर लगातार जारी है। सोमवार एक अधिवक्ता की पत्नी समेत
जागरण संवाददाता, उन्नाव : कोरोना का कहर लगातार जारी है। सोमवार एक अधिवक्ता की पत्नी समेत तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं एक न्यायाधीश उनकी पत्नी, एएसपी व उनकी पत्नी, जेल अधीक्षक, फार्मासिस्ट, बंदी रक्षक, अधिवक्ता और तीन न्यायालय कर्मी और 10 स्वास्थ्य कर्मियों समेत 84 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। एक साथ 84 केस निकलने से स्वास्थ्य विभाग के अफसरों में ही नहीं प्रशासन में भी खलबली मच गई है।
सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार ने बताया कि सोमवार को कोविड जांच अभियान में 2665 की कोविड जांच की गई। इसमें न्यायालय में आयोजित जांच कैंप में 197 लोगों की जांच कराई गई। उधर महिला अस्पताल की स्टाफ नर्स (पुरुष), पुरवा सीएचसी की महिला स्वास्थ्य कर्मी, नवाबगंज, फतेहपुर चौरसी सीएचसी के स्वास्थ्य कर्मी कोविड टीम के तीन एलटी, यूपी पब्लिक हेल्थ मिनिस्टीरियल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष के पुत्र व पुत्री समेत 84 लोग संक्रमित मिले हैं। उन्होंने बताया कि गंजमुरादाबाद ब्लाक क्षेत्र के कबीरपुर खंभौली का 50 वर्षीय पुरुष व शुक्लागंज की 48 वर्षीय महिला की कानपुर हैलट में मौत हो गई। वहीं शहर के आदर्शनगर निवासी अधिवक्ता की पत्नी की सरस्वती मेडिकल कॉलेज कोविड हॉस्पिटल में मौत हो गई। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक कोरोना से 95 मौतें हो चुकी हैं। सीएमओ ने बताया कि शहर के मोती नगर, पीडी नगर, सिविल कोर्ट, आवास विकास कॉलोनी, गांधी नगर, लोकनगर, वकील राम लीला ग्राउंड, ऑफिसर्स कॉलोनी आदि में मिलाकर 16 संक्रमित मिले हैं। सबसे अधिक शुक्लागंज में 27 कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। जिले में अब तक 5143 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। इनमें से 4645 स्वस्थ हो चुके हैं। एक्टिव कोरोना पॉजिटिव केस 402 हो गए हैं।
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कोरोना बेकाबू, प्रशासन को संख्या बढ़ने का इंतजार
- जिले में हर दिन कोरोना का कहर बढ़ रहा है। सोमवार को भी 84 कोरोना पॉजिटिव केस मिले। तीन लोगों की मौत हो चुकी है। नाइट कर्फ्यू के प्रश्न पर एडीएम राकेश सिंह ने कहा कि गाइड लाइन के अनुसार मरीजों की संख्या पांच सौ के ऊपर या एक दिन में 100 मरीज मिलने पर ही कर्फ्यू लगाया जा सकता है। अभी मानक के अनुसार नहीं है।
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कोरोना का कहर फिर भी कर रहे लापरवाही
- कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन लोगों को बचाव के लिए आगाह कर रहा है, उसके बाद भी सरकारी अस्पतालों से लेकर बाजारों तक में कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है।