गजब! गंगाघाट में 82 फीसद मतदाता
प्रकाश तिवारी, उन्नाव : निर्वाचन आयोग के मानक पर गौर करें तो कुल आबादी के 60 से 65 फीसद
प्रकाश तिवारी, उन्नाव : निर्वाचन आयोग के मानक पर गौर करें तो कुल आबादी के 60 से 65 फीसद लोग ही मतदाता होते हैं। शेष अवयस्क या फिर मतदाता बनने के अयोग्य। आयोग ऐसी ही स्थिति को मान्यता देता हैं लेकिन गंगाघाट नगर पालिका की तस्वीर इससे बिल्कुल उलट है। यहां सीमा विस्तार के बाद भी आबादी तो 1.31 लाख ही पहुंची लेकिन मतदाता संख्या बढ़कर 1.07 लाख हो गई। ऐसा निकाय चुनाव के ठीक पहले हुए पुनरीक्षण के बाद हुआ। आबादी के सापेक्ष मतदाताओं की संख्या इतनी तेजी से बढ़ना सवाल खड़े कर रहा है।
नगर पालिका गंगाघाट का सीमा विस्तार हाल ही में हुआ। इसमें कटरी पीपरखेड़ा और मझरा पीपरखेड़ा दो ग्राम पंचायतों को नगर पालिका में शामिल किया गया। कुछ हिस्सा आजाद नगर का भी इसमें जोड़कर 25 वार्ड की नगर पालिका में तीन वार्ड की वृद्धि के बाद संख्या 28 पहुंच गई। जहां ताजा आंकड़ों के अनुसार मतदाताओं की संख्या 1.07 लाख और आबादी 1.31 लाख है जबकि पांच वर्ष पूर्व वर्ष 2012 में हुए चुनाव के समय यहां की आबादी 85 हजार व मतदाताओं की संख्या 72 हजार के करीब थी। सवाल तो उस वक्त भी उठना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
ढाई गांव से शहरी हुए लोगों की आबादी करीब 30 से 35 हजार रही। दोनों को मिलाने और पांच वर्ष की वृद्धि को शामिल कर लिया जाए तो गंगाघाट नगर पालिका क्षेत्र की आबादी का आंकड़ा पच जाता है। लेकिन पांच वर्ष में 72 हजार से बढ़कर मतदाताओं की संख्या 1.07 लाख के पार हो जाना गले से नीचे नहीं उतरता है। अचानक मतदाताओं की संख्या में हुई वृद्धि राजनीति की गणित समझने वालों के लिए भी काफी मुश्किलों भरी है। कुल आबादी के करीब 82 फीसद लोगों का मतदाता होना व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है। हालांकि अधिकारी जनगणना के बाद हुई वृद्धि और तेजी से कानपुर व आसपास के गांवों से शुक्लागंज क्षेत्र में बसे लोगों का हवाला देकर पुनरीक्षण कार्य को सही ठहरा रहे हैं लेकिन आयोग के मानक की बात आते ही उनकी चुप्पी साध लेते हैं। आंकड़ों के आधार पर मतदाताओं की संख्या 85 हजार के करीब होनी चाहिए। वर्तमान मतदाताओं की संख्या जिससे करीब 22 हजार अधिक है। अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सुशील कुमार मिश्रा ने कहा कि नगर पालिका गंगाघाट में सीमा विस्तार के बाद कुल जनसंख्या 1.31 लाख हो गई है। उसी के सापेक्ष मतदाताओं की संख्या 1.07 लाख हो गई है।
पांच वर्षो में बढ़े 35 हजार मतदाता
गंगाघाट नगर पालिका के 25 वार्डों में वर्ष 2006 की जनगणना में कुल 59,835 मतदाता थे। जो 2012 के चुनाव में बढ़कर 72,296 हो गई। मतदाताओं की संख्या में हुई वृद्धि सामान्य प्रक्रिया रही लेकिन वर्ष 2017 मतदाताओं की संख्या बढ़कर 1.07 लाख हो जाना लोग पचा नहीं पा रहे हैं।
जनगणना के बाद नए लोग भी बसे
एडीएम बीएन यादव कहते हैं कि कोई गंभीर बात नहीं कुछ मामलों में ऐसा होता है। जनगणना 2011 की है लेकिन उसके बाद से लगातार लोगों का बसना इन क्षेत्रों में जारी है। जो मतदाता भी बन रहे है, पर जनगणना में वह शामिल नहीं है। जिसके चलते यह अंतर आ रहा है। सीमा विस्तार में अक्सर इस प्रकार की समस्या आ जाती है। पूरा प्रकरण आयोग के संज्ञान में है।