आतंकवादियों की हिमायती है सपा : योगी
उन्नाव संसदीय क्षेत्र के बांगरमऊ में हुई भाजपा की पहली चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आतंकवाद और नक्सलवाद को लेकर कांग्रेस पर करारे वार किए। तो बसपा पर रियायत करते हुए सपा पर प्रदेश में आतंकियों की हिमायत करने का आरोप लगाकर खरी-खोटी सुनाई। वहीं भरोसा भी दिलाया कि एक बार फिर मोदी सरकार बन जाने के बाद देश से आतंकवाद और नक्सलवाद का राम नाम सत्य हो जाएगा।
जागरण संवाददाता, उन्नाव :
कांग्रेस शासन में आतंकवाद और नक्सलवाद की याद दिलाकर अपनी सरकार में इस पर नकेल को चुनावी मुद्दा बना रही भाजपा ने अब समाजवादी पार्टी के खिलाफ भी इसे हथियार बनाया है। उन्नाव के बांगरमऊ में मंगलवार को जनसभा संबोधित कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आतंकवाद और नक्सलवाद को लेकर कांग्रेस पर वार किए ही, सपा को भी आतंकवादियों का हिमायती बताया। उत्तर प्रदेश में हुई आतंकी घटनाओं और सपा सरकार में आरोपितों पर मुकदमे वापस लेने का प्रयास याद दिलाया। उन्होंने यह भरोसा दिलाया कि फिर मोदी सरकार बनने के बाद देश से आतंकवाद और नक्सलवाद का राम नाम सत्य हो जाएगा। खास यह कि मुख्यमंत्री बसपा के प्रति नरम रहे। 21 मिनट के संबोधन में उन्होंने राहुल गांधी, अखिलेश यादव और मायावती का नाम भी नहीं लिया।
मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के साथ राष्ट्रवाद का मुद्दा उठाया। कहा, पहले कांग्रेस के शासनकाल में देश के 270 जिलों में आतंकवाद और नक्सलवाद की दहशत थी। एक तिहाई भारत में अलगाववाद की आग सुलग रही थी। प्रधानमंत्री मोदी ने जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए इस पर लगाम लगाई। यह समस्या अब पांच-छह जिलों तक ही सीमित रह गई है। जीरो टॉलरेस नीति का ही नतीजा है कि प्रधानमंत्री जब उत्तर प्रदेश में भाषण दे रहे होते हैं तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को अपने घर में पसीना आ जाता है कि कहीं भारत की सेना घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक न कर दे। सपा को आंतकवादियों का हिमायती ठहराते मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार में अयोध्या और काशी के मंदिरों में आतंकी हमले के साथ लखनऊ और बाराबंकी की कचहरी में विस्फोट हुआ। रामपुर के सीआरपीएफ कैंप पर आतंकी हमला हुआ। सपा की दोबारा सरकार बनने पर आतंकी हमलों के आरोपितों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने का प्रयास किया गया। अगर कोर्ट हस्तक्षेप नहीं करता तो आतंकी छूटने के बाद फिर जगह जगह विस्फोट कर रहे होते। बसपा और सपा की सरकार में बिजली संकट का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकारों ने बिजली दे दी होती तो वह प्रदेश के संसाधनों पर डकैती कैसे डालते। इससे पहले भाषण की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने साहित्य शिरोमणि पंडित सूर्यकांत त्रिपाठी निराला और विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को जिले का गौरव बताया।