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शिक्षक की गैरमौजूदगी में होगी ' स्मार्ट क्लास' में पढ़ाई

शिक्षक की गैरमौजूदगी में अक्सर कक्षाओं में छात्र-छात्राओं का शोर-शराब सुनायी देता है। प्रधानाचार्य के कहने पर यदि किसी शिक्षक ने कक्षा संभाल भी ली तो पूरा समय एक दूसरे से परिचय या फिर देश-दुनिया पर चर्चाओं में बीत जाता है। ऐसे में उस दिन की पढ़ाई प्रभावित होती है। दूसरे दिन की कक्षा में छूटे कोर्स की भरपाई होती है। इस दुश्वारी को खत्म करने का कवायद माध्यमिक शिक्षा परिषद ने च्स्मार्ट कक्षाज् से की है। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज और राजकीय इंटर कॉलेज में प्रोजेक्टर चरणबद्ध तरीके से लगाए जा रहे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Jun 2019 05:50 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jun 2019 06:26 AM (IST)
शिक्षक की गैरमौजूदगी में होगी ' स्मार्ट क्लास' में पढ़ाई
शिक्षक की गैरमौजूदगी में होगी ' स्मार्ट क्लास' में पढ़ाई

जागरण संवाददाता, उन्नाव : शिक्षक की गैरमौजूदगी में अक्सर कक्षाओं में छात्र-छात्राओं का शोर-शराबा सुनाई देता है। प्रधानाचार्य के कहने पर यदि किसी शिक्षक ने कक्षा संभाल भी ली तो पूरा समय एक दूसरे से परिचय या फिर देश-दुनिया पर चर्चाओं में बीत जाता है। ऐसे में उस दिन की पढ़ाई प्रभावित होती है। दूसरे दिन की कक्षा में छूटे कोर्स की भरपाई होती है। इस दुश्वारी को खत्म करने का कवायद माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 'स्मार्ट कक्षा' से की है। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज और राजकीय इंटर कॉलेज में प्रोजेक्टर चरणबद्ध तरीके से लगाए जा रहे।

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उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) पैटर्न लागू होने से छात्र-छात्राओं को बड़ी सहूलियत मिली है। सीबीएसइ के तर्ज पर 'ई-लर्निंग' सुविधा के साथ राजकीय हाईस्कूल और इंटर कॉलेज में स्मार्ट कक्षाएं शुरू हुई हैं। शिक्षक के गैरहाजिर होने या फिर किसी अन्य कारणों से कोर्स पिछड़ने की भरपाई इससे की जाती है। शिक्षाधिकारियों के अनुसार शैक्षिक सत्र 2019 में कक्षा संचालित करने के निर्देश हुए हैं। राजकीय इंटर कॉलेज सिविल लाइन्स और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज मोती नगर में प्रोजेक्टर लगाया जा चुका है। 11 कॉलेज में यह कवायद शुरू है। जिसे लेकर प्रधानाचार्य को निर्देशित किया गया है। राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य हिमांशु तिवारी ने बताया कि इंटरनेट के जरिये प्रोजेक्टर से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई सुनिश्चित की जाती है। कोर्स पिछड़ने की सूरत में यह कक्षा संचालित की जाती है। इतना ही नहीं, इस कक्षा में कोर्स को दोहराने का कार्य भी किया जाता है।


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