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मवेशियों को बंद करने व खुला छोड़ने पर छूटा पसीना

फसलों को चट कर रहे आवारा पशुओं से तंग आकर बड़ी संख्या में जुटे ग्रामीणों द्वारा करीब आधा सैकड़ा से अधिक पशुओं को घेरकर गंजमुरादाबाद के गांव बल्लापुर स्थित स्कूल परिसर में लाकर बंद कर दिया गया। सूचना पर पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा समझा बुझाकर मवेशियों को छुड़ाया गया। वहीं आजाद करवाया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 07:02 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 06:13 AM (IST)
मवेशियों को बंद करने व खुला छोड़ने पर छूटा पसीना
मवेशियों को बंद करने व खुला छोड़ने पर छूटा पसीना

जागरण टीम, उन्नाव : फसलों को चट कर रहे आवारा पशुओं से तंग आकर बड़ी संख्या में जुटे ग्रामीणों द्वारा करीब पचास से अधिक पशुओं को घेरकर गंजमुरादाबाद के गांव बल्लापुर स्थित स्कूल परिसर में लाकर बंद कर दिया गया। सूचना पर पशु चिकित्सा अधिकारी ने समझा बुझाकर मवेशियों को छुड़ाया। वहीं पुरवा ब्लाक के ग्राम बेवल में ग्रामीणों के दबाव के चलते अर्ध निर्मित गोशाला में बंद मवेशियों को शनिवार रात अराजकतत्वों ने खदेड़ दिया। जिसके बाद ग्राम प्रधान ने एसडीएम को सूचना दी। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार ने गोवंश पशुओं को पंचायत घर में बंद करवाया।

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गंजमुरादाबाद क्षेत्र के गांव बल्लापुर के आसपास मौजूदा समय बड़ी संख्या में आवारा पशु घूम-घूम कर किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने रविवार को बड़ी संख्या में लाठी-डंडों के साथ लैस होकर घूम रहे पशुओं को घेरकर गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में लाकर बंद कर दिया। सूचना पर पहुंचे पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ राहुल सचान द्वारा ग्रामीणों को समझा-बुझाकर गांव में गोशाला बनवाए जाने का आश्वासन देकर बंद मवेशियों को आजाद कराया। इसी तरह पुरवा विकास खण्ड के गांव बेवल मंशाखेड़ा में कुछ समय पूर्व ग्रामीणों के दबाव में अर्ध निर्मित गोशाला में 46 गोवंश पशुओं को बंद किया गया था। गोशाला में सुरक्षा के नाम पर सिर्फ तार ही लगे थे। चारे पानी की व्यवस्था की जा रही थी। शनिवार रात गांव के कुछ अराजकतत्वों ने गोशाला का ताला तोड़कर पशुओं को आजाद कर दिया। सुबह जब ग्रामीणों ने पशुओं को देखा तो प्रशासन और प्रधान तक सूचना पहुंचाई। जिस पर एसडीएम राजेश चौरसिया ने नायब तहसीलदार इकलाख अहमद को गांव भेजा। जिसके बाद नायब तहसीलदार ने पशुओं को पंचायत भवन में बंद करवा कर चारे पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। एसडीएम राजेश ने बताया कि पशुओं को फिलहाल पंचायत घर में रखा गया है। चारे पानी आदि की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।

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मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने किया निरीक्षण

- शनिवार रात मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाक्टर पीके सिंह ने हिलौली गो आश्रय केंद्र पहुंचे, जहां 32 गोवंश मौके पर मौजूद मिले। इसके बाद वह संदाना पहुंचे। जहां पर उन्हें 52 गोवंश मौके पर मौजूद मिले। यहां प्रकाश की व्यवस्था ठीक न मिलने पर उसके समुचित प्रबंध का निर्देश दिया गया। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी करदहा पहुंचे जहां पर 79 गोवंश मौजूद मिले। यहां पर प्रधान नरेंद्र त्रिपाठी से उन्होंने हरे चारा की विधिवत जानकारी ली। इस दौरान उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. आरडी अहरिवार, डॉ. केआर सिंह, विमलेश श्रीवास्तव, राजमणि सिंह सहित विभागीय स्टाफ मौजूद रहा।


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