सड़क पर उतर राज्य कर्मचारियों ने मांगा हक
राज्य कर्मचारी एक फिर कर्मचारी फिर आंदोलित हैं। 2004 अप्रैल के बाद केन्द्र सरकार और 2005 मई में प्रदेश सरकार की ओर से बंद कर दी गई थी। पुरानी पेंशन की बहाली समेत 11 सूत्री मांगों को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने एक फिर सरकार से दो-दो हाथ करने का ऐलान कर दिया है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट के बाहर धरना देकर कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि कर्मचारी हितों की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कर्मचारियों के धरना प्रदर्शन में शामिल होने से पूरे दिन कार्यालयों में कामकाज प्रभावित रहा।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : राज्य कर्मचारी एक फिर कर्मचारी फिर आंदोलित हैं। 2004 अप्रैल के बाद केन्द्र सरकार और 2005 मई में प्रदेश सरकार की ओर से बंद कर दी गई थी। पुरानी पेंशन की बहाली समेत 11 सूत्री मांगों को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने एक फिर सरकार से दो-दो हाथ करने का ऐलान कर दिया है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट के बाहर धरना देकर कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि कर्मचारी हितों की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कर्मचारियों के धरना प्रदर्शन में शामिल होने से पूरे दिन कार्यालयों में कामकाज प्रभावित रहा। परिषद के नेताओं ने कार्यालय से सड़क तक संघर्ष करने की घोषणा की है। कर्मचारियों ने कहा कि एनपीएस नई पेंशन स्कीम सरकार का नए कर्मचारियों के साथ छलावा है। जिसे पूरा नही होने दिया जाएगा। कर्मचारियों ने कहा कि यदि सरकार इसी तरह कान बंद कर बैठी रही तो हमलोग जल्द ही आर-पार की लड़ाई छेड़ देंगे।
पुरानी पेंशन बहाली समेत जिन 11 सूत्री मांगों को लेकर कर्मचारियों ने पुन: आंदोलन शुरू किया है उनमें कई ऐसी मांगे शामिल हैं जिन पर पूर्व में सरकार ने पूरा करने का वादा किया था और बाद में नकार दिया। परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष के आह्वान पर कलेक्ट्रेट के बाहर कर्मचारियों ने एकजुट हो धरना दिया। धरना सभा को संबोधित करते हुए परिषद जिलाध्यक्ष उमा निवास बाजपेई ने कहा कि सरकार ने जिन मांगों को पूरा करने का वादा किया था उन्हें भी पूरा करना गंवारा नहीं किया। अब कर्मचारियों को एकजुट होकर संघर्ष करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन कर्मचारियों के बुढ़ापे की लाठी है इसे पाने के लिए हम लाठी खाने को तैयार हैं। यूपी मेडिकल पब्लिक हेल्थ मिनिस्टीरियल के प्रदेश अध्यक्ष प्रेम कुमार सिंह ने कहा कि अब समय आ गया है कर्मचारी एकजुट हो सड़क पर उतर आंदोलन कर आर-पार की लड़ाई लड़े जीत तभी होगी जब हम एकजुट होंगे। परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आरसी कनौजिया, उपाध्यक्ष एसपी सिंह, जिलामंत्री केशव सिंह, संग्रह अमीन संघ महामंत्री दिलीप अवस्थी आदि ने भी सरकार को चेताया कि कर्मचारी हितों की अनदेखी महंगी पड़ेगी। धरना स्थल पर हुई सभा के बाद कर्मचारियों ने परिषद नेताओं के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित 11 सूत्री मांग पत्र अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा। धरना सभा में संदीप भारती, अशोक रावत, बृजेंद्र अरुण यादव, नीरज निगम, शैलेंद्र, सुबोध त्रिपाठी, एजाज अहमद, शिवराम प्रजापति, अश्वनी पांडेय शैलेश शुक्ल, इंजी. जयविद आदि ने भी सभा को संबोधित किया। संचालन महामंत्री केशव सिंह ने किया।
---------------
कार्यालयों में बाधित रहा कामकाज
- राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का धरना होने से परिषद से संबद्ध विभिन्न विभागों के कर्मचारी और संगठनों के पदाधिकारी धरना में चले गए इससे कार्यालयों में कुर्सियां खाली रहीं। लिपिक संवर्ग के पटल खाली होने से विभागीय काम काज बाधित रहा। धरना के बाद कर्मचारी कार्यालयों में पहुंचे।