24.19 लाख के घोटाले में दो बीपीएम की सेवा समाप्त
24.19 लाख के घोटाले में दो बीपीएम की सेवा समाप्त
24.19 लाख के घोटाले में दो बीपीएम की सेवा समाप्त
जागरण संवाददाता, उन्नाव: एनआरएलएम में हुए 24.19 लाख के घोटाले में दो ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर (बीपीएम) की सेवा समाप्त कर दी गई है। वहीं घोटाले के बाद सभी 16 ब्लाकों की जांच रिपोर्ट तय समय से दोगुणा व्यतीत होने के बावजूद नही आई है। बीएमएम की सेवा समाप्ति के लिए संस्तुति पत्र एनआरएलएम के प्रबंध निदेशक (एमडी) को भेजी गई थी। अब प्रबंध निदेशक ने दोनों बीएमएम की सेवा समाप्त कर दी है।
सीडीओ दिव्यांशु पटेल द्वारा पुरवा के गांव पुरैनीखेड़ा मजरा बनिगांव की सौम्या यादव व अचलखेड़ा की आरती से मिले शिकायतीपत्र के बाद गठित जांच टीम में शामिल जिला पंचायत के वित्तीय परामर्शदाता, बीएसए के वित्त एवं लेखाधिकारी व बैंक आफ इंडिया के अग्रणी जिला प्रबंधक ने जांच की तो 24.19 लाख की वित्तीय अनियमितता सामने आई थी। शिकायत में ब्लाक में तैनात बीएमएम व अन्य कर्मचारियों पर सरकारी अनुदान में गड़बड़झाला करने की जानकारी दी गई थी। जांच में पता चला था कि समूह के खाते में धनराशि न भेजकर निजी खाते में भेज दी गई। सीडीओ के निर्देश पर उपायुक्त स्वत: रोजगार चंद्रशेखर ने जिला मिशन प्रबंधक रजीउल हसन से तहरीर दिलवाकर पुरवा के ब्लाक मिशन मैनेजर सूर्यवर्धन व सुरेंद्र कुशवाहा के खिलाफ सरकारी धनराशि के गबन की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उपायुक्त एनआरएलएम ने बताया कि दोनों ब्लाक मिशन मैनेजर संविदा कर्मी थी दोनों को नौकरी से हटा दिया गया है।
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20 दिन बाद भी नहीं मिली रिपोर्ट
- सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने पुरवा में गड़बड़झाला मिलने के बाद अन्य ब्लाकों में जांच के लिए समिति गठित कर 10 दिन में रिपोर्ट मांगी थी। हालांकि 20 दिन से ज्यादा समय होने के बाद अभी तक मात्र दो ब्लाकों से ही रिपोर्ट आई है। उपायुक्त चंद्रशेखर ने बताया कि अभी दो ब्लाकों से ही रिपोर्ट आई है। शेष ब्लाकों से रिपोर्ट मिलने का इंतजार किया जा रहा है। इसमें ब्लाक के नोडल अधिकारी (जिलास्तरीय अधिकारी), बीडीओ, एडीओ (आइएसबी) और लेखाकार को जांच करनी है।