नवाबगंज में होगी लखनापुर सीएचसी की ओपीडी
हसनगंज की लखनापुर सीएचसी को एल वन समकक्ष कोविड हास्पिटल बनाने का निर्देश दिया डीएम ने था । जिसके बाद इसे एलवन समकक्ष कोविड हास्पिटल के लिए इमरजेंसी में उपयोग करने के लिए आरक्षित कर दिया गया था। उसके बाद से यहां कोई मरीज नहीं पहुंचा लेकिन ओपीडी और प्रसव का कार्य प्रभावित हो गया था। अब लखनापुर सीएचसी की ओपीडी और प्रसव आदि के लिए नवाबगंज सीएचसी से संबद्ध किया गया है।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : हसनगंज की लखनापुर सीएचसी को कोविड-19 एल-वन हास्पिटल बनाने के निर्देश डीएम ने बीस दिन पहले दिए थे। उसके बाद उसे इमरजेंसी में उपयोग करने के लिए आरक्षित कर दिया गया था। उसके बाद से यहां कोई मरीज नहीं पहुंचा लेकिन ओपीडी और प्रसव का कार्य प्रभावित हो गया था। अब लखनापुर सीएचसी की ओपीडी और प्रसव आदि के लिए नवाबगंज सीएचसी से संबद्ध किया गया है।
सीएचसी को कोविड-19 एल-वन हॉस्पिटल बनाने के करीब बीस दिन पहले जारी आदेश पर कोई अमल न होने पर दो दिन पहले डीएम रवींद्र कुमार ने स्वास्थ्य विभाग को चेतावनी चेतावनी दी तब विभाग के अधिकारी हरकत में आए। अधिकारी सीएचसी पहुंचे और कोविड हॉस्पिटल के मानकों के अनुसार व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने में लगे हैं। हालांकि अभी भी हास्पिटल तैयार होने में चार से पांच दिन लगने की उम्मीद है।
सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार ने हसनगंज ब्लाक की लखनापुर सीएचसी में प्रसव और ओपीडी पर पूर्ण रूप से रोक लगाते हुए यहां के मरीजों को प्रसव और उपचार के लिए नवाबगंज सीएचसी को अधिकृत कर दिया है। लखनापुर सीएचसी क्षेत्र के प्रसव और इमरजेंसी भी नवाबगंज सीएचसी में होगी। लखनापुर सीएचसी से हसनगंज ब्लाक क्षेत्र के लखनापुर, लालपुर, नवई, झलोतर, आगा खेड़ा, जमलापुर, चांदपुर, झलीहई, फिरोजाबाद, बाराबुजुर्ग, सराय गोविद, इकघरा, इब्राहिमपुर सहित दो दर्जन गांव के मरीज उपचार कराते थे। लखनापुर से नवाबगंज लगभग पांच किमी दूर है। लॉक डाउन के समय अब मरीजों को यह दूरी तय करने में कठिनाई का सामना करना होगा।
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- लखनापुर को कोविड एल-वन हॉस्पिटल बनाने के लिए सारे बंदोबस्त और संसाधन पूरे कर लिए गए हैं। नोडल अधिकारी एसीएमओ एके रावत ने निरीक्षण भी कर लिया है। दो दिन में कोविड हॉस्पिटल का काम शुरू हो जाएगा।
- डॉ. आशुतोष कुमार, सीएमओ