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बिना तौल कोटेदारों को गोदाम से मिल रहा राशन

संवाद सहयोगी सफीपुर कोटेदारों को गोदाम पर सरकारी राशन बिना तौल के ही दिया जा रहा

By JagranEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 04:57 PM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2020 06:10 AM (IST)
बिना तौल कोटेदारों को गोदाम से मिल रहा राशन
बिना तौल कोटेदारों को गोदाम से मिल रहा राशन

संवाद सहयोगी, सफीपुर: कोटेदारों को गोदाम पर सरकारी राशन बिना तौल के ही दिया जा रहा है। इसका असल खामियाजा कार्डधारकों को भुगतना पड़ रहा है।

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शनिवार को एफसीआइ गोदाम की पड़ताल की गई। यहां पर कोटेदारों को वितरण के लिए मिलने वाले राशन की बोरिया प्रति बोरी तीन से पांच किलो कम रहती है। कई बार राशन विक्रेताओं ने आपत्ति जताई यहां तक तहसील गेट पर ट्रॉलियां खड़ी कर विरोध जताया गया, लेकिन गोदाम प्रभारी की निरंकुशता पर अंकुश नहीं लग पाया। उल्टे विरोध जताने वाले कोटेदारों को चिह्नित कर मुकदमा दर्ज करा दिया गया जिससे कोटेदार सहमे हुए हैं। कोटेदारों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गोदाम प्रभारी अपने मनमाफिक धर्म कांटे पर ही तौल कराने को कहते हैं। यदि दूसरे धर्मकांटा पर तौल कराई जाती है, उसे मान्य नहीं किया जाता। शनिवार को जब जागरण टीम ने उठान के समय गोदाम का निरीक्षण किया तो वहां कोई तौल के लिए कांटा नहीं था जबकि अधिकारियों के स्पष्ट निर्देश है कि बिना तौल के राशन न दिया जाए। पूछने पर गोदाम प्रभारी ने बताया कोटेदार ही नहीं तौल कराना चाहते इसलिए कांटा नहीं लगाया है। जब कोटेदारों से जानकारी की तो बताया कि क्या तौल की मांग करके अपने ऊपर मुकदमा दर्ज कराएं। बताया कि गोदाम प्रभारी का स्पष्ट कहना है कि वह प्रतिमाह वीआइपी से लेकर उच्चाधिकारियों को चढ़ावा चढ़ाते हैं। उसे घर से तो दूंगा नहीं। वहीं गोदाम प्रभारी जय हिद मौर्य ने बताया कोटेदारों के सारे आरोप मनगढ़ंत है। कोटेदार खुद तौल नहीं कराना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि जब निश्शुल्क वितरित होने वाले राशन की उठान होती थी तभी नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए थे। निश्शुल्क वितरण व्यवस्था समाप्त होने के बाद से नोडल अधिकारी नहीं नियुक्त हैं।


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