पिछला रिकॉर्ड देख निजी स्कूल बनाए जाएंगे केंद्र
जागरण संवाददाता, उन्नाव : नकल पर शिकंजा कसने के लिए इस साल उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद ने स्क
जागरण संवाददाता, उन्नाव : नकल पर शिकंजा कसने के लिए इस साल उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद ने स्कूलों को केंद्र बनाने से पूर्व उनके पिछले रिकॉर्ड को आधार बनाया है। संसाधनों पर केंद्रों की मेरिट ऑनलाइन तैयार होगी। मेरिट में अव्वल स्कूल केंद्र बनेंगे।
फरवरी के दूसरे सप्ताह से शुरू होने वाली यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया तेज है। माह के अत में ही परीक्षा केंद्र फाइनल होने हैं। ऑनलाइन स्कूलों से आधारभूत सूचनाएं जुटाते हुए अब बोर्ड ने संसाधन की उपलब्धता के आधार पर अंक तय किए हैं। नए नियम के तहत पहले राजकीय, इसके बाद एडेड स्कूल और फिर माध्यमिक के निजी स्कूल व कॉलेज केंद्र बनाए जाएंगे। प्रत्येक केंद्र पर वॉयस रेकार्डर युक्त सीसीटीवी होना अनिवार्य होगा। मेरिट को लेकर जारी मानक
- विद्यालय में स्ट्रांग रूम, लोहे की अलमारियां, पक्की चहारदीवारी, मुख्य प्रवेश द्वार पर लोहे का गेट, अग्निशमन यंत्र, सीसीटीवी, कंप्यूटर सिस्टम, गत वर्ष परीक्षा केंद्र होने पर, संपर्क मार्ग, शुद्ध पेयजल, शौचालय, स्थाई विद्युत व्यवस्था, वैकल्पिक व्यवस्था में जेनरेटर के 10 से 20 अंक। यदि नहीं तो शून्य।
- पिछले साल हाईस्कूल और इंटर परीक्षाफल 90 फीसद से अधिक होने पर- 10-10 अंक। यदि नहीं तो शून्य।
- विद्यालय स्तर को लेकर हाईस्कूल 10 और इंटरमीडिएट 20 अंक।
- 300 से 310 तक विद्यार्थी के बैठने की क्षमता- 01 अंक
- 311 से 320 तक विद्यार्थी- 02 अंक परीक्षा केंद्रों के निर्धारण से पूर्व स्कूलों की मेरिट तय होगी। बोर्ड द्वारा संसाधनों के तहत अंक निर्धारित होंगे। इसके आधार पर ऑनलाइन स्कूलों को केंद्र बनाया जाएगा।
- राकेश कुमार, डीआइओएस