'एलओआर' एप कम करेगा पुलिस की सिरदर्दी
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जागरण संवाददाता, उन्नाव : लोकसभा चुनाव में अशांति फैलाने वालों को चिह्नित करने के लिए पिछले तीन महीनों से जूझ रही पुलिस को अब भविष्य में किसी चुनाव में इस तरह की जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी। पुलिस ने एक ऐसा एप तैयार किया है कि एक क्लिक पर शातिरों पर हुई कार्रवाई मोबाइल की स्क्रीन पर होगी। इस बार के लोकसभा चुनाव में हुई कार्रवाई का ब्यौरा एप में फीड किया जा रहा है।
चुनाव कोई भी हो, उसे सकुशल संपन्न कराने के लिए सर्वाधिक मशक्कत पुलिस को ही करनी होती है। उन लोगों पर पुलिस नजर गड़ाती है, जिनसे उसे चुनाव में शांतिभंग की आशंका होती है। ऐसे लोगों को चिह्नित ाकरने के लिए पुलिस पूर्व के चुनावों में पाबंद हुए लोगों की सूची और शातिरों पर हुई कार्रवाई का ब्यौरा खंगालती है। कौन सा अपराधी कहां है, आपराधिक गतिविधियों में कितना सक्रिय है, इसकी जानकारी जुटा उस पर नकेल कसने की जद्दोजहद शुरू होती है। यह दौर पुलिस के लिए कठिनाई भरा होता है। पुलिस के इस कठिन परिश्रम को आसान करने के लिए आइजी लखनऊ स्तर से एक एप तैयार किया गया है। जिसे 'एलओआर' (लॉ-एंड-आर्डर रिपोर्ट) नाम देकर मोबाइल में इंस्टॉल किया गया। इस एप में चुनाव के दौरान ला एंड आर्डर संबंधी की गई कार्रवाई की रोजाना की रिपोर्ट फीड की जाएगी। अधिकारी जब चाहेंगे एक क्लिक पर पूरी कार्रवाई का विवरण मोबाइल पर ही घर बैठे देख सकेंगे।
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यह फीड होगा ब्यौरा
अवैध शराब, तमंचा, मादक पदार्थ, विस्फोटक बरामदगी के साथ गुंडा, गैंगेस्टर, एनबीडब्ल्यू समेत अन्य पुलिस द्वारा की गई ऐसी कार्रवाई जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका हो। एप में फीड किया जाएगा। रजिस्टर के साथ इस कार्रवाई का ब्यौरा एप में भी फीड करना होगा।
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शांतिप्रिय चुनाव के लिए पुलिस द्वारा जो भी कार्रवाई की जा रही है, जरूरत पड़ने पर कोई भी अधिकारी हर दिन हुई कार्रवाई का ब्यौरा एक साथ देख सके, इसके लिए एलओआर एप बनाया गया है। एप में कार्रवाई का ब्यौरा फीड किया जा रहा है।
- विनोद कुमार पांडेय, एएसपी