34 साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा हत्यारोपित
हत्या के मामले में वांछित एक आरोपित अजगैन पुलिस के हाथ करीब 34 साल बाद लग सका। सन 19
जागरण संवाददाता, उन्नाव: हत्या के मामले में वांछित एक आरोपित अजगैन पुलिस के हाथ करीब 34 साल बाद लग सका। सन 1984 में सजा होने की जानकारी होने के बाद से फरार आरोपित साधु वेश में अलग-अलग जिलों में रहकर कथा वाचन का काम करता रहा। शनिवार को वह किसी काम से थाना क्षेत्र के सोनिक मोड़ पर पहुंचा था। इसकी जानकारी होने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। खुलासे के दौरान एएसपी ने बताया कि आरोपित पर उन्नाव में हत्या के मामले के साथ कानपुर के बर्रा थाना में भी उसके खिलाफ युवती के अपहरण व दुष्कर्म का मामला दर्ज है। एएसपी ने 34 साल बाद हत्यारोपित को पकड़ने वाली टीम की पीठ थपथपाई।
शनिवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में एएसपी विनोद कुमार पांडेय ने बताया कि अजगैन थाना क्षेत्र के गांव धीरखेड़ा निवासी शेष नारायण सहित 10 लोगों ने सन 1982 में गांव निवासी बाबूसिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जेल भेजा था। इसके बाद सभी की जमानत हुई और फिर मुकदमा चला। कोर्ट ने सन 1984 में सभी आरोपितों को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। सजा होने की जानकारी मिलने पर वह गांव छोड़कर फरार हो गया और अलग-अलग जिलों में साधु वेश में रहकर कथा वाचन का काम करने लगा। एएसपी ने बताया कि उसके खिलाफ कानपुर के बर्रा थाना में भी सन 2013 में एक युवती के अपहरण व दुष्कर्म का भी मुकदमा दर्ज है। दोनों मामलों में फरार चल रहे आरोपित को अजगैन पुलिस ने शनिवार को सोनिक क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। बताया कि मामले में 10 लोग आरोपी थे जिनमें से आठ की मौत हो चुकी है, जबकि एक जेल में बंद है। एएसपी ने शेष नारायण को पकड़ने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अजयराज वर्मा व निरीक्षक अभिमन्यु मल्ल के साथ अन्य लोगों की इस सफलता पर पीठ थपथपाई है।