दहेज जैसी सामाजिक बुराई दूर करने का लिया प्रण
जागरण संवाददाता उन्नाव दहेज सामाजिक बुराई है और इससे समाज का गरीब कमजोर तबका ही सवा
जागरण संवाददाता, उन्नाव: दहेज सामाजिक बुराई है और इससे समाज का गरीब कमजोर तबका ही सर्वाधिक प्रभावित होता है। स्वेच्छा से जो दिया जाए वह दान बाकी दहेज है। इसलिए इस बुराई का अंत हम सभी के प्रयास से हो सकता है।
इस उद्देश्य के साथ आगे बढ़े पुरवा ब्लॉक सभागार से 'दहेज का अंत कब' की शुरुआत करने वाले नवयुग जनचेतना सेवा संस्थान के अध्यक्ष पुत्तनलाल पाल सरकारी सेवा में रहकर सामाजिक बुराइयों से लड़ रहे हैं। कहा कि जिस कन्या को हम देवी मानते हैं, बहू होने पर उसे लक्ष्मी क्यों नहीं मानते। आखिर यह कब तक चलेगा। कहा कि संस्थान ने समाज सुधार का संकल्प लिया है। हम गांव गांव लोगों को जागरूक करेंगे। दहेज प्रथा के विरुद्ध जनांदोलन खड़ा करेंगे। एक दिन कुप्रथा का अंत होगा। कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष रघुराज सिंह मगन, संजय श्रीवास्तव, राकेश कुमार, पुनीत पाल, हर्षित पाल आदि मौजूद रहे।