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जिला अस्पताल में अव्यवस्था से मरीज बेहाल

भीषण उमस से लोगों का बुरा हाल है वहीं जिला अस्पताल में मरीजों को सुविधा नहीं मिल पा रही है। भीषण उमस में मरीजों को कूलर तक नहीं मिल रहे हैं तो साथ ही स्ट्रेचर से ले जाने की भी कोई व्यवस्था नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Aug 2019 11:09 PM (IST)Updated: Wed, 14 Aug 2019 06:27 AM (IST)
जिला अस्पताल में अव्यवस्था से मरीज बेहाल
जिला अस्पताल में अव्यवस्था से मरीज बेहाल

जागरण संवाददाता, उन्नाव : भीषण उमस से लोगों का बुरा हाल है, वहीं जिला अस्पताल में मरीजों को सुविधा नहीं मिल पा रही है। भीषण उमस में मरीजों को कूलर तक नहीं मिल रहे हैं तो साथ ही स्ट्रेचर से ले जाने की भी कोई व्यवस्था नहीं है। इस कारण डायरिया से पीड़ित मरीजों को इलाज के लिए तीमारदारों का सहारा लेना पड़ रहा है। तीमारदार उनकी डिप लेकर चलते हैं जिससे बाद डॉक्टर उनका चेकअप करते हैं।

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पानी बरस नहीं रहा है और उस पर भीषण उमस ने लोगों को बीमार कर रख है। हर घर में लोग बीमार हैं और अस्पताल में इलाज कराने को मजबूर हैं। सबसे बुरा हाल जिला अस्पताल का है। शासन के निर्देश के बाद भी मरीजों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। इस समय जिला अस्पताल में वायरल फीवर और डायरिया के सबसे अधिक मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। हालत यह है कि अस्पताल के सभी वार्ड मरीजों से फुल हैं वहीं जो नए मरीज भर्ती किए जा रहे हैं वह तीमारदारों के सहारे हैं। बेड मिलना तो दूर तकलीफ में मरीज को स्ट्रेचर तक नहीं मिलता है। इस कारण मरीजों के साथ तीमारदारों को भी परेशान होना पड़ रहा है। वार्ड ब्वाय कहां हैं और वह किस काम में व्यस्त हैं इस पर किसी के पास कोई जवाब नहीं है। संक्रामक रोग फैलने से जिले के सीएचसी व पीएचसी से रेफर मरीज भी जिला अस्पताल आ रहे हैं, लेकिन इनकी सुविधा का कोई हवाला नहीं है।

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डीएम के निर्देश का भी असर नहीं

- जिला अस्पताल में मरीजों को वार्ड तक पहुंचाने के लिए डीएम देवेंद्र कुमार पांडेय ने 6 वार्ड ब्वाय को नियुक्त किए जाने के निर्देश दिए थे। इस पर क्या कार्रवाई की गई कोई जवाब नहीं है। इतना जरूर है कि अव्यवस्था के कारण मरीजों को तकलीफ सहनी पड़ रही है। एक तो मरीज रोग से परेशान रहता है उस पर अस्पताल की अव्यवस्था उसे रूलाने का काम कर रही है।

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पूर्व की हवा न चलने से सूखा

- मानसून का आधा सीजन गुजर चुका है और हाल यह है कि 165 एमएम बारिश हो सकी। इस कारण जिले में सूखे की संभावना बढ़ गई है। कृषि विभाग के साथ जिला प्रशासन ने सूखे की संभावना को लेकर कागज तैयार करना शुरू कर दिया है। असल में पूर्व की हवा में असंतुलन से बारिश नहीं हो रही है। लगातार तापमान सामान्य से अधिक बना रहता है। सोमवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 27 डिग्री रहा। इस कारण रात में भी लोगों को उमस से चैन नहीं मिल सकी।

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बिजली की कटौती से रात की नींद में खलल

- बिजली की कटौती से भी लोगों को रात में सुकून की नींद नहीं मिल पा रही है। रविवार रात 1 से 2 और 4 से 5 बजे तक बिजली गुल रही जिससे लोगों को नींद नहीं मिल सकी। यह सिलसिला कई दिनों से चल रहा है। रात में बिजली की कटौती लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है।


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