कोरोना ऑनलाइन, फोटो-8::: कोरोना संक्रमण के नाश के लिए ऑनलाइन हवन
लॉकडाउन का पूर्णतया पालन करते हुए श्रद्धालु कोरोना संक्रमण नाश के लिए पूजन हवन करवा रहे हैं। सर्वसमाज की भलाई के लिए इन आयोजनों में न पंडित न यजमान और न ही भीड़ जुटेगी। संक्रमण कमजोर करने को पंडित और यजमान ऑनलाइन हवन करा रहे हैं। आचार्यों व पंडितों के पास ऐसे हवन कराए जाने की रोज मांग आ रही है जिसे स्वीकार करते हुए उन्होंने ऑनलाइन हवन की व्यवस्था लागू कर रखी है।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : लॉकडाउन का पूर्णतया पालन करते हुए श्रद्धालु कोरोना संक्रमण नाश के लिए पूजन, हवन करवा रहे हैं। सर्वसमाज की भलाई के लिए इन आयोजनों में न पंडित, न यजमान और न ही भीड़ जुटेगी। संक्रमण कमजोर करने को पंडित और यजमान ऑनलाइन हवन करा रहे हैं।
आचार्यों व पंडितों के पास जागरूक श्रद्धालु इन हवनों के लिए संपर्क कर रहे हैं। आचार्यों के पास ऐसे हवन कराने की मांग रोज आ रही है जिसे स्वीकार करते हुए पहले तो पूजन हवन आयोजनों को फिलहाल टालने की गुजारिश आचार्य करते हैं। पंडित रामजी दीक्षित का कहना है फिलहाल वह किसी का आवेदन स्वीकार नहीं कर रहे हैं। वहीं पंडित विष्णुकांत शास्त्री, सर्वेश शुक्ला पियूष, हरीशंकर दीक्षित, शारदा प्रसाद शुक्ला, देवी प्रसाद बाजपेई आदि ने स्काइप, गूगल, ड्युओ आदि ऑनलाइन वीडियो कॉलिग एप से हवन की व्यवस्था लागू कर रखी है। ऑनलाइन संकल्प लेकर हवन करने के दौरान आचार्य अपने लैपटाप पर कैमरा ऑन करके हवन कुंड के सामने एक निश्चित दूरी पर रख देते हैं। दूसरी ओर यजमान अपने घरों में लैपटॉप, टेबलेट आदि का कैमरा ऑन करके सभी सामूहिक रूप से बैठ जाते हैं। यहां पंडित जी आहूति देते हैं तो यजमान वहां से स्वाहा का उच्चारण करते हैं। इस प्रकार करीब 10 मिनट से आधे घंटे की प्रक्रिया के दौरान आचार्य पूजन व हवन के साथ यजमानों का तारतम्य बरकरार रहता है। दक्षिणा भी दी जाती ऑनलाइन
आचार्यों को दक्षिणा के लिए भी यजमानों को सामने आने की आवश्यकता नहीं रहती। वह दक्षिणा भुगतान भी ऑनलाइन बैंकिग सुविधा, पे एप और पे पोर्टल के माध्यम से सीधे आचार्यों के खाते में कर रहे हैं। यजमान जो करा रहे ऑनलाइन हवन
प्रयाग नरायण खेड़ा के रामस्वरूप गौड़, साईंपुरम के मनोज तिवारी, अब्बास बाग से अभिषेक तिवारी, लोकनगर से सुधीर बाजपेई, छतुरिया कुआं से विनोद त्रिपाठी, एबी नगर से प्रशांत शुक्ला व गांधी नगर से अमित श्रीवास्तव आदि यजमानों ने कोरोना वायरस के नाश को ऑनलाइन हवन प्रक्रिया को अपनाया है।