बकरियों को बचाने में ट्रेन की चपेट में आकर वृद्धा की मौत
रेल ट्रैक पर चर रही बकरियों को खदेड़ने गयी वृद्धा जम्मूतवी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गई। ट्रेन की टक्कर से महिला की मौके पर ही मौत हो गई वहीं दो बकरियों की कटने से जान चली गई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की।
संवाद सहयोगी, सफीपुर : रेल ट्रैक पर चर रहीं बकरियों को खदेड़ने गई वृद्धा जम्मूतवी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गई। ट्रेन की टक्कर से वृद्धा की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं दो बकरियों की कटने से जान चली गई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की।
कोतवाली के जमालुद्दीनपुर गांव निवासी नन्ही (70) स्व. सीताराम बकरी पालकर घर के खर्च में सहयोग करती थी। शुक्रवार को वह बकरियों को चराने गांव से करीब दो किमी दूर गोपालपुर गांव के पास रेलवे ट्रैक के किनारे खेत पर गई थी। इस दौरान बकरियों का झुंड घास चरते-चरते रेल ट्रैक पर पहुंच गया। इस बीच अमृतसर से कानपुर जा रही जम्मूतवी एक्सप्रेस ट्रेन देख नन्ही बकरियों को हांकने के लिए रेलवे ट्रैक पर पहुंचीं। वह बकरियों के झुंड को ट्रैक से हटा रही थी तभी ट्रेन की चपेट में आ गई। ट्रेन की टक्कर से वह दूर जा गिरी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं दो बकरियां भी ट्रेन से कटकर मर गईं। घटना की जानकारी ग्रामीणों ने परिजनों को दी जिस पर मौके पर पहुंचे। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज गया। घटना से मृतका के पुत्र राजू उसकी पत्नी व पौत्र-पौत्रियों का रो-रोकर बुराहाल रहा।