स्कूलों की जांच रिपोर्ट की अब प्रधानाचार्य देंगे गवाही
जागरण संवाददाता, उन्नाव: यूपी बोर्ड परीक्षा को देखते हुए केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया जिले में
जागरण संवाददाता, उन्नाव: यूपी बोर्ड परीक्षा को देखते हुए केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया जिले में तेज है। स्कूलों द्वारा मुहैया कराई गई जानकारी की जांच नोडल अधिकारी कर रहे हैं। जहां जो त्रुटि है, उसे दूर करते हुए उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर संशोधित जानकारियां अपलोड की जा रही हैं। यह मेहनत दोबारा न की जाए, इसके लिए स्कूल प्रबंध तंत्र को जांच रिपोर्ट की गवाही देनी होगी।
उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद ने यूपी बोर्ड परीक्षा 2019 को लेकर अभूतपूर्व तैयारियों में सख्ती बरती है। परीक्षा केंद्रों से नकल दूर रखने के लिए नए नियमों से किलेबंदी की जा रही है। इसके लिए परीक्षा केंद्रों के निर्धारण को लेकर स्थलीय तौर पर जो मुआयना नोडल अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है, उसकी गवाही प्रधानाचार्य व प्रबंधक से ली जा रही है। नोडल अधिकारी की जांच सही है या फिर उसमें भी अनियमितताएं हैं। यह हकीकत भी बतानी होगी। यह नया फार्मूला केंद्र निर्धारण के बाद होने वाली फजीहत को खत्म करेगा। क्योंकि, वेबसाइट पर अपलोड की जाने वाली जानकारी और स्थलीय मुआयने की रिपोर्ट को सही मान स्कूल को परीक्षा केंद्र बना दिया जाता है। बाद में किसी प्रकार की कमी मिलने पर विभागीय अधिकारी एक दूसरे को कोसते नजर आते हैं।
-------------------
378 स्कूलों ने अपलोड की सूचना
- आधारभूत सूचनाओं को अपलोड किए जाने का कार्य 378 स्कूलों ने किया है। किसी प्रकार की त्रुटि या आपत्ति को दूर किए जाने के लिए स्कूल प्रबंधन को 20 सितंबर तक का मौका परिषद ने दिया है। इसके बाद मोहलत नहीं दी जाएगी। इसके अलावा केंद्र बनाए जाने के बाद भी शिक्षाधिकारी स्कूलों की नहीं सुनेंगे।
---------------------
'स्कूलों से आधारभूत सूचनाएं मांगी जा चुकी हैं। प्रबंध तंत्र को जानकारियों का प्रमाण देना है। त्रुटियों को दूर करने के लिए अंतिम मौका परिषद ने दिया है।'
- राकेश कुमार, डीआइओएस