अब जेठ की तपती दोपहर का लॉकडाउन
अब तक लॉक डाउन उल्लंघन न करने को समझाने के बाद भी न मान रहे लोगों को जेठ की दुपहरी के तेवरों ने घरों में कैद कर दिया है। तेज तापमान से बचने के लिए लोग सुबह के 11 बजे के बाद घर से बेवजह कतई नहीं निकलना चाहते हैं। दोपहर 12 बजते ही तेज धूप का टॉर्चर लोगों को असहनीय हो रहा है। खासकर उन लोगों को जो आवश्यक काम से घर से निकते हैं लेकिन रास्ते में किसी प्रकार का पेयजल गन्ने का रस आदि नसीब नही होता है। जिससे की गर्मी का असर दोगुना हो रहा है।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : अब तक लॉक डाउन उल्लंघन न करने को समझाने के बाद भी न मान रहे लोगों को जेठ की दुपहरी के तेवरों ने घरों में कैद कर दिया है। तेज तापमान से बचने के लिए लोग सुबह के 11 बजे के बाद घर से बेवजह कतई नहीं निकलना चाहते हैं। दोपहर 12 बजते ही तेज धूप का टॉर्चर लोगों को असहनीय हो रहा है। खासकर उन लोगों को जो आवश्यक काम से घर से निकलते हैं लेकिन रास्ते में किसी प्रकार का पेयजल, गन्ने का रस आदि नसीब नही होता है। जिससे की गर्मी का असर दोगुना हो रहा है।
रविवार को गर्मी का मिजाज 45 डिग्री से पार जाने को आतुर दिखा। जिससे दोपहर होने से पहले ही लोग घर के अंदर हो गए। जो निकले वह अपनी तैयारी के साथ सड़क पर दिखे। लोगों ने तेज धूप से बचने के लिए छाते व गमछे आदि का सहारा लिया। जिसके पास नही रहा। वह पेड़ की छांव में रुककर किश्तों में सफर करता नजर आया। मुसीबत मवेशियों की रही। जिन्हें पेड़ के नीचे ठहरने में भी मुश्किल रही। यहां जो लोग बैठे थे। वह मवेशियों को हटाते रहे। रेड़ी व ठेलिया दुकानदारों ने भी इन्हीं पेड़ों के नीचे अपनी दुकान सजाई। गर्मी के कारण शहर के बड़ा चौराहे, छोटे चौराहे पर भी सन्नाटा पसरा रहा। हरदोई व कचहरी आरओबी पर एकाध वाहन सवार दौड़ते दिखे। दोपहिया वाहन सवार भी अन्य दिनों की अपेक्षा कम नजर आए। छोटे बच्चों के साथ निकली महिलाएं अपने आंचल व छाते से धूप का असर बचाती रहीं।
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कुछ यूं बढ़ा पारा
सुबह आठ बजे----------33 डिग्री
सुबह 10 बजे-----------39 डिग्री
दोपहर 12 बजे----------43 डिग्री
दोपहर दो बजे-----------45 डिग्री
शाम चार बचे-----------45.5 डिग्री
शाम पांच बजे-----------45 डिग्री