सब नहीं एक या दो विषय की परीक्षा देकर कर सकते हैं अंक सुधार
जागरण संवाददाता उन्नाव माध्यमिक शिक्षा परिषद के परिणामों की घोषणा में जिले से 70233 छात्र
जागरण संवाददाता, उन्नाव: माध्यमिक शिक्षा परिषद के परिणामों की घोषणा में जिले से 70233 छात्र-छात्राएं प्रमोट प्रक्रिया के आधार पर पास कर दिए गए थे। लेकिन, शासन ने ऐसे छात्र-छात्रा जो इन परिणामों से स्वयं को और बेहतर मानते हैं। उनको इंप्रूवमेंट परीक्षा देने के अवसर दिया था। जिसके बाद जिले से ऐसे असंतुष्ट 446 छात्रों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया। जो यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटर में इंप्रूवमेंट परीक्षा का हिस्सा बनेंगे। इन छात्रों को सभी विषयों के बजाय एक या दो विषय की परीक्षा देकर ही अंक सुधार का मौका विभाग दे रहा है।
इन परीक्षार्थियों की परीक्षा जिले के छह केंद्रों पर 18 सितंबर से छह अक्टूबर तक कराई जाएगी। डीआइओएस राजेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि परिषद ने प्रमोट प्रक्रिया से जिले में अंक सुधार परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले छात्र-छात्राएं के लिए सभी विषयों की परीक्षा अनिवार्य नहीं की है। छात्र चाहें तो वह सभी विषयों में एक दो विषय का चयन कर उसकी परीक्षा दे सकते हैं। शैक्षिक सत्र 2020-21 में कोरोना महामारी की वजह से यूपी बोर्ड के इतिहास में पहली बार बिना परीक्षा कराए ही अगली कक्षा में प्रमोट किया गया। जिसमें हाईस्कूल में 30829 छात्र व 17963 छात्राओं को मिलाकर कुल 38792 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। जबकि इंटर में 16537 छात्र व 14904 छात्राओं को मिलाकर कुल 31441 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। दोनों कक्षाओं में कुल पंजीकृत छात्र-छात्राओं की संख्या 70233 थी। हालांकि बोर्ड ने प्रमोट प्रक्रिया से असंतुष्ट छात्रों को परीक्षा का विकल्प दिया था। जिसके तहत जिले में हाईस्कूल के 170 व इंटर में 276 छात्र-छात्राओं को मिलाकर कुल 446 छात्र-छात्राओं ने अंक सुधार परीक्षा देने का फैसला लिया है।
.........
तहसीलवार बनाए गए परीक्षा केंद्र
- छात्र-छात्राओं की इंप्रूवमेंट परीक्षा जिले में तहसीलवार एक केंद्र बनाकर कराई जाएगी। जिसमें जीजीआइसी उन्नाव, जीजीआइसी सफीपुर, जीजीआइसी बांगरमऊ, जीआईसी इनायतपुरबर्रा हसनगंज, जीजीआइसी पुरवा व कमलापति इंटर कालेज बीघापुर को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। परीक्षा सीसीटीवी व मजिस्ट्रेट की कड़ी निगरानी में होगी।
........
कड़ी चौकसी में होगी परीक्षा
- नकलविहीन इंप्रूवमेंट परीक्षा यूपी बोर्ड की तर्ज पर ही होगी।
- इसके लिए सभी स्कूलों में सीसीटीवी की अनिवार्यता के साथ वहां मानीटरिग के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की जाएगी।
- मजिस्ट्रेट की तैनाती के साथ कक्षा में पर्यवेक्षकों की तैनाती रहेगी।