नोडल अफसर की चढ़ी त्योरी, अफसरों को दी चेतावनी
नोडल अधिकारी ने दो दिन लगातार अलग-अलग क्षेत्रों में भ्रमण कर महिलाओं के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों और योजनाओं तथा सुरक्षा के प्रबंधों की जमीनी हकीकत परखी। सुरक्षा के लिए संचालित 1
जागरण संवाददाता, उन्नाव : नोडल अधिकारी ने दो दिन लगातार अलग-अलग क्षेत्रों में भ्रमण कर महिलाओं के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों, योजनाओं और सुरक्षा के प्रबंधों की जमीनी हकीकत परखी। सुरक्षा के लिए संचालित 181, 1090 आदि का प्रचार प्रसार न होने से तमाम महिलाओं ने इसकी जानकारी होने से इन्कार किया। महिलाओं से संबंधित खराब प्रगति से खफा जिले की नोडल अधिकारी बीना कुमारी मीना ने अपने भ्रमण के तीसरे दिन रविवार को समीक्षा बैठक की। कई विभागों के अफसरों को आड़े हाथ लेते हुए प्रचार प्रसार कराने का निर्देश दिया। उन्होंने महिला थाना और महिला अस्पताल का निरीक्षण कर महिलाओं से विभिन्न योजनाओं की जानकारी जुटा सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत परखी।
नोडल अधिकारी ने विकास भवन सभागार में विभिन्न विभागों के अफसरों के साथ बैठक की। इस दौरान महिला सुरक्षा और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार न होने पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने ने महिलाओं से संबंधित प्रकरणों को प्राथमिकता देते हुए महिलाओं से जुड़ी हर समस्या के बारे में चर्चा की एवं समस्त जिला एवं खंड स्तरीय अधिकारियों से महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं की स्थिति जानी। बैठक में एसपी माधव प्रसाद वर्मा, एडीएम राकेश सिंह, सीएमओ कामेंद्र पाल सिंह, पीडी, डीडीओ, सभी जिला स्तरीय एवं ब्लाक अधिकारी मौजूद रहे।
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पोषाहार वितरण में करें सुधार
नोडल अधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश प्रताप सिंह को प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों एवं प्राइमरी स्कूलों में पंजीरी आदि पोषाहार उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती व माताओं को जो पोषाहार मिलना है उसका मेन्यू दीवारों पर लिखने को कहा। उन्होंने प्रत्येक बच्चे के सुपोषण पर ध्यान देने, बच्चों का वजन, कुपोषित बच्चों को मिलने वाली सुविधाएं समय से दिलाने का निर्देश दिया।
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पीडी व डीपीआरओ को दी चेतावनी
नोडल अधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को कड़े निर्देश देते हुये कहा कि सूची में जिसका भी नाम है सभी को इज्जतघर का लाभ दें और प्रचार सामग्री न वितरित करने पर डीपीआरओ और सहायक सूचना निदेशक को फटकार लगाई। परियोजना निदेशक को सभी पात्र लाभार्थियों को आवास उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए।
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बच्चे ढंग से नहीं पढ़ पाए तो शिक्षक पर होगी कार्रवाई
प्रमुख सचिव ने डीआइओएस से कहा कि शिक्षा का स्तर असंतोष जनक मिला है। किसी भी स्कूल का कोई भी विद्यार्थी अगर ढंग से पढ़ नहीं पा रहा है तो उसके जिम्मेदार स्कूल के शिक्षक होंगे। ऐसे शिक्षकों को हटाने के निर्देश दिए जो बच्चों को पढ़ाने में रुचि नहीं लेते हैं।
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बालिकाओं व महिलाओं को दे हर सुविधा
जिला प्रोबेशन अधिकारी रेनू यादव को जनपद के समस्त बालिकाओं, महिलाओं को महिला हेल्पलाइन 181, 1090 आदि का प्रचार प्रसार कराने को कहा। उन्होंने निर्देश दिया प्रत्येक बालिकाओं, महिलाओं को समस्त योजनाओं से मिलने वाले लाभ के बारे में जानकारी दें।
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15 दिन में लिखाएं नंबर
डीएम देवेन्द्र कुमार पांडेय ने दिया कि 15 दिन के अंदर सभी इंटर कॉलेज, डिग्री कॉलेज, तहसील, ब्लाक आदि सरकारी बिल्डिग पर महिला हेल्पलाइन, पुलिस, फायर आदि टोल-फ्री नंबर लिखवाने के निर्देश दिए। उपायुक्त उद्योग सविता भारती को प्रत्येक स्कीम का वेरीफिकेशन कराने के निर्देश दिए।
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महिला अस्पताल में बंद मिला एसी
प्रमुख सचिव बीना कुमारी मीना ने समीक्षा बैठक के बाद महिला थाने का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने परिवार परामर्श केंद्र से पति पत्नी के विवादों का निस्तारण, महिलाओं द्वारा दर्ज कराई गई एफआइआर आदि पर हुई कार्रवाई की समीक्षा की। इसके बाद वह महिला अस्पताल पहुंची उन्होंने ओपीडी, पैथोलॉजी और वार्ड का निरीक्षण किया। वार्ड के निरीक्षण में प्रसूताओं से दवा, डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मियों के व्यवहार आदि के संबंध में जानकारी जुटाई। इसके बाद जननी सुरक्षा योजना और कन्या सुमंगला योजना आदि की जानकारी ली। सीएमएस डॉ. अंजू द्विवेदी को निर्देश दिया जिनके दो बेटियां हैं उनका कन्या सुमंगला योजना फार्म भरवाकर भेजे। वार्ड के एसी बंद मिलने पर सीएमएस को व्यवस्था में सुधार करने को कहा। निरीक्षण के समय, डीएम देवेंद्र पांडेय, एसपी एमपी वर्मा एडीएम राकेश सिंह आदि साथ रहे।
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सुरक्षा गार्ड की मांग
नोडल अधिकारी से मैनेजर और सीएमएस ने सुरक्षा गार्ड की मांग की। जिस पर डीएम ने कहा कि अस्पताल निजी खर्च पर व्यवस्था करे कोई धन की कमी नहीं है। जो बजट मिलता है वह तो इधर उधर खर्च किया जाता है उसका उपयोग जरूरी कामों में करें। डीएम की त्योरी चढ़ते ही उन्होंने चुप्पी साध ली।