स्वजन को रिपोर्ट पर विश्वास नहीं, साधी चुप्पी
संवाद सहयोगी पुरवा दो वर्ष से अधिक समय पूर्व कोतवाली क्षेत्र के जगेथा गांव में 27 वर्षीय युवक का
संवाद सहयोगी, पुरवा: दो वर्ष से अधिक समय पूर्व कोतवाली क्षेत्र के जगेथा गांव में 27 वर्षीय युवक का नरकंकाल मिलने के मामले में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद बीते दिनों आई डीएनए रिपोर्ट ने यह मामला पेचीदा बना दिया है। रिपोर्ट में शिनाख्त किए गए युवक का सैंपल न मिलने पर घटना में नया पेच फंस गया है।
बीती 10 मार्च 2019 को जगेथा गांव निवासी वकील पुत्र घसीटे गांव से लापता हुआ था। पिता ने कोतवाली में बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जिसके बाद 26 मार्च को गांव से एक किमी दूर तौरा व जगेथा माइनर के पास इकबाल के खेत में एक नरकंकाल मिला था। नरकंकाल मिलने के बाद स्वजन ने कंकाल के पास पड़ी टी शर्ट व लोअर देख उसकी अपने बेटे वकील के रूप में शिनाख्त की थी। वहीं पड़ोसी के घर में वकील की चप्पलें मिलने पर घसीटे ने 27 मार्च को गांव निवासी होमगार्ड राजकुमार व अशोक पुत्र मैकू, लाखन व केशन की पत्नी पर बेटे की हत्या कर शव छिपाने की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए उसका अंतिम संस्कार किया था। पुलिस ने कंकाल के अवशेष में सीने की एक हड्डी, एक दांत व खाल का नमूना लेते हुए मृतक के पिता व भाई का डीएनए सैंपल लेकर मिलान को विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ भेजा था। बीते दिनों आई डीएनए रिपोर्ट में उसके पिता व भाई के डीएनए का मिलान नहीं हो सका। जिससे कंकाल वकील का न होने की बात सामने आई है। स्वजन व ग्रामीणों ने रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए हैं। हालांकि अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं की है। वहीं पुलिस ने घटना को लेकर आरोपित पक्ष से भी पूछताछ शुरू की है।
उठा सवाल, रिपोर्ट सही तो कहां गया वकील?
डीएनए रिपोर्ट में सैंपल न मिलने से यह तो साफ होता दिख रहा है कि वह कंकाल वकील का नहीं था। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिरकार वकील कहां गया। साथ ही कंकाल के पास वकील के कपड़े कहां से आए।
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इस बारे में पुरवा कोतवाली प्रभारी अजय त्रिपाठी ने बताया कि अभी डीएनए रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है। इसके साथ घटना की भी जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही इस बारे में कुछ बताया जा सकेगा और उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।