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नेता जी हो सकते हैं पीएम पद के अगले दावेदारः अखिलेश यादव

अगला लोकसभा चुनाव सभी लोग मिलकर लडेगें और एक सर्वमान्य नेता इसका मुखिया होगा। कहा कि वह नेता जी (मुलायम सिंह यादव) भी हो सकते हैं।

By Ashish MishraEdited By: Published: Sun, 20 May 2018 08:30 PM (IST)Updated: Mon, 21 May 2018 09:54 AM (IST)
नेता जी हो सकते हैं पीएम पद के अगले दावेदारः अखिलेश यादव
नेता जी हो सकते हैं पीएम पद के अगले दावेदारः अखिलेश यादव

उन्नाव (जेएनएन)। पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि विपक्षी दल मिलकर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे और एक सर्वमान्य नेता इसका मुखिया होगा। वह नेता जी मुलायम सिंह यादव भी हो सकते हैं। नेता जी किसानों के नेता हैं और देश का विकास बिना किसान के विकास के नहीं हो सकता है। वह रविवार को लखनऊ जाते समय नवाबगंज स्थित पक्षी विहार में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।

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उन्होंने कहा कि अभी तक मैंने जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को बिकते हुए सुना था लेकिन, कर्नाटक में विधायकों को खरीदने का प्रयास किया गया। उच्चतम न्यायालय ने वहां लोकतंत्र को कलंकित होने से बचा लिया और वहां जनता के हितों की सरकार बनी। प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा झूठों की पार्टी है।

इस सरकार में किसान आत्महत्या कर रहे हैं और बच्चों को कुत्ते नोच रहे हैं। प्रदेश सरकार को आए एक वर्ष से अधिक हो गए लेकिन, इसने एक भी काम नहीं किया। कहीं शराब से लोग मर रहे हैं तो कहीं रेलवे की खुली क्रासिंग से बच्चों की जान जा रही है। यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है।

 

भाजपा का किसान प्रेम छलावा, कर्जमाफी धोखा 

महोबा में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर सियासी तीर चलाए। उन्होंने कहा कि भाजपा का किसान प्रेम छलावा और कर्जमाफी धोखा है। दोपहर करीब सवा एक बजे खजुराहो से कार से करहराकला गांव पहुंचे अखिलेश ने यहां मृतक किसानों के परिवारीजन को 25-25 हजार रुपये की नकद धनराशि दी। साथ ही एक-एक लाख रुपये और देने का भरोसा दिया।

बताते चलें कि करहराकला गांव निवासी राजबहादुर श्रीवास के पिता गजराज पर कर्ज था। साथ ही चार एकड़ भूमि में बोई गई फसल ओलावृष्टि में तबाह हो गई थी। दो बेटियों की शादी भी सात जून को होनी थी। राजबहादुर ने आर्थिक तंगी के चलते बीती सात मार्च को घर में खुद को आग लगाकर जान दे दी थी। इसी गांव के ठाकुरदास (40) ने भी आग लगाकर खुदकशी कर ली थी। इस दौरान पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। 


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