सड़क पर जच्चा को हुआ प्रसव, बच्चे की मौत
संवाद सहयोगी पुरवा मौरावां सीएचसी में प्रसव की सुविधा न होने का नतीजा रहा कि दंपती को अप
संवाद सहयोगी, पुरवा : मौरावां सीएचसी में प्रसव की सुविधा न होने का नतीजा रहा कि दंपती को अपने नवजात की जिदगी से हाथ धोना पड़ा। रूटीन चेकअप के लिए पति के साथ बाइक से अस्पताल आ रही प्रसूता का प्रसव पुरवा की राजाबाजार पहुंचते ही सड़क पर हो गया। इस पर जच्चा-बच्चा को एंबुलेंस से सीएचसी पुरवा भेजा गया, जहां नवजात की मौत हो गई।
मौरावां थाना क्षेत्र के ग्राम पटेहर निवासिनी 35 वर्षीय श्रीदेवी अपने पति बिदा प्रसाद के साथ बाइक से रूटीन चेकअप के लिए पुरवा सीएचसी आ रही थी। पुरवा के राजाबाजार पहुंचते ही अचानक सड़क पर ही प्रसूता का प्रसव हो गया। इस पर श्रीदेवी को एक दुकान के चबूतरे पर लिटाकर 102 एंबुलेंस को सूचना दी गयी। एंबुलेंस से जच्चा-बच्चा को सीएचसी भेजा गया है। जहां नवजात पुत्र की मौत हो गयी। हालांकि प्रसूता स्वस्थ है। पति ने बताया कि पत्नी का यह दूसरा बच्चा है। छह वर्ष की लड़की पहले से है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि समय से पूर्व बच्चा होने के कारण कमजोर था।
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मौरावां सीएचसी में प्रसव की नहीं है सुविधाएं
- मौरावां सीएचसी में प्रसव की सुविधा न होने के कारण ही पटेहर की प्रसूता को 12 किमी दूर पुरवा सीएचसी आना पड़ा। यदि मौरावां सीएचसी में सुविधा होती तो सड़क पर प्रसव न होता और न ही नवजात की मौत होती।
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वित्तीय वर्ष में एक भी प्रसव नहीं हुआ
- मौरावां सीएचसी में तीन महिला चिकित्सकों की तैनाती है, जिसमें तीनों हफ्ते में क्रम से तीन-तीन दिन ही सीएचसी आती है। जबकि, रात्रि निवास नहीं करती हैं। सीएचसी में प्रसव की सुविधाएं नहीं है। इसके कारण इस वित्तीय वर्ष से अब तक कोई प्रसव नहीं हुआ। इसके चलते सभी प्रसव के केस हिलौली पीएचसी भेजे जाते है।