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लेदर फैक्ट्री में श्रमिक की मौत, मुआवजा को लेकर पांच घंटे हंगामा

अचलगंज के बंथर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित लेदर फैक्ट्री में शनिवार दोपहर काम के दौरान मजदूर की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिजनों ने पहले फैक्ट्री प्रबंधन पर इलाज को अस्पताल न ले जाने फिर जहर खिला हत्या का आरोप लगा मुआवजा की मांग को लेकर फैक्ट्री गेट पर शव रख हंगामा किया। पुलिस ने कार्रवाई के लिए शव पोस्टमार्टम को ले जाने का प्रयास किया तो परिजनों ने शव उठने नहीं दिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 May 2019 08:20 PM (IST)Updated: Sun, 26 May 2019 06:32 AM (IST)
लेदर फैक्ट्री में श्रमिक की मौत, मुआवजा को लेकर पांच घंटे  हंगामा
लेदर फैक्ट्री में श्रमिक की मौत, मुआवजा को लेकर पांच घंटे हंगामा

संवाद सूत्र, अचलगंज: अचलगंज के बंथर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित लेदर फैक्ट्री में शनिवार दोपहर काम के दौरान मजदूर की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिजनों ने पहले फैक्ट्री प्रबंधन पर इलाज को अस्पताल न ले जाने फिर जहर खिला हत्या का आरोप लगा मुआवजा की मांग को लेकर फैक्ट्री गेट पर शव रख हंगामा किया।

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थाना क्षेत्र के मोहद्दीनपुर गांव निवासी रामबिलास 28 पुत्र श्यामलाल अपने भाई विनीत के साथ बंथर इडस्ट्रियल एरिया स्थित चर्म इकाई सुपर हाउस थ्री फुट वियर बेल्ट डिवीजन में पैकिग डिपार्टमेंट में काम करता था। शनिवार दोपहर फैक्ट्री में लंच के बाद अचानक उसकी हालत बिगड़ी और वह भागकर भाई राकेश के पास गया। घबराये राकेश ने यूनिट इंचार्ज से अस्पताल ले चलने को कहा, जिस पर उसकी बात को अनसुना कर दिया गया। इस पर उसने एक अन्य कर्मी की स्कूटी ली और दो अन्य साथियों के साथ भाई रामबिलास को शेखपुर नरी गांव में एक झोलाछाप के पास पहुंचा। शरीर में सांसें न देख उसने जिला अस्पताल ले जाने की बात कही। भाई जिला अस्पताल लेकर पहुंचा तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। भाई ने परिजनों को घटना की जानकारी दी और शव फिर से फैक्ट्री गेट पर लेकर पहुंचा। कुछ देर बाद परिवार के लोग सैकड़ों ग्रामीणों के साथ पहुंच गए और केमिकल पिला देने का आरोप लगा हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर इंस्पेक्टर आशुतोष त्रिपाठी फोर्स के साथ पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम को ले जाने का प्रयास किया। परिजनों ने 15 लाख के मुआवजे की मांग की और मुआवजे की रकम न मिलने तक शव न उठने की घुड़की दी। करीब पांच घंटे चले हंगामा के बाद फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा 10 लाख की रकम दिए जाने की बात कही गई। जिस पर परिजन शांत हो गए और शव लेकर अंतिम संस्कार को चले गए। प्रभारी निरीक्षक आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से 9 लाख की चेक और एक लाख की नकदी दी गई है। दुनिया में आने से पहले उठा पिता का साया

मृतक रामबिलास की पत्नी शांति की शीघ्र ही डिलीवरी होनी थी। बच्चे के जन्म लेने से पहले उसका पिता दुनिया छोड़कर चला गया। पति की मौत से बेटे को अभागा कर मां फूट-फूटकर रो पड़ी। वहीं 5 साल के बेटे अतुल को गोद में लेकर वह उसके भविष्य की चिता में बेहाल थी।


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