दक्षिण के बीजों से धान की बंपर खेती की आस
जागरण संवाददाता उन्नाव धान की खेती अच्छी हो इसे लेकर शासन स्तर से दक्षिण के राज्यों में
जागरण संवाददाता, उन्नाव : धान की खेती अच्छी हो, इसे लेकर शासन स्तर से दक्षिण के राज्यों में लोकप्रिय धान के बीजों की खेप भेजी गई। किसानों ने भी सांभा मंसूरी, कोयम्बटूर व एचयूआर 105 का बीज बोया। इस बार जिस तरह मानसून का हाल यह है उसमें दक्षिण के यह बीज किसानों के लिए मददगार बनेंगे। कम पानी में भी इन बीजों से बेहतर फसल की आस से किसानों के चेहरे खिले हैं।
जिले में धान की खेती 96 हजार हेक्टेयर में होती है। पिछले साल संकर बीजों के साथ धान की खेती की गई थी। वहीं इस बार किसानों की मदद के लिए दक्षिण के राज्यों के धान के बीज को मंगाया गया था। इस बार जिस तरह से मानसून ने किसानों को धोखा दिया है, उसके चलते दक्षिण के धान के बीज किसानों के लिए मुफीद साबित हो रहे हैं। सांभा मंसूरी, कोयम्बटूर, एचयूआर 105 के बोए गए हैं बीज
सांभा मंसूरी, कोयम्बटूर और एचयूआर 105 धान की विशिष्ट प्रजाति है। इसके बीज राजकीय बीज भंडार में आए थे। सांभा मंसूरी का 12 क्विंटल तथा एचयूआर का 105 क्विंटल बीज आया था। वहीं कोयम्बटूर का 100 क्विंटल बीज मिला था। यह बीज दक्षिण के राज्यों में धान की बंपर पैदावार करते हैं। जिले में भी किसानों ने 218 क्विटल दक्षिण के इन बीजों को बोया है। बारिश न होने के बाद भी यह बीज अच्छी पैदावार देंगे।
धान की बेहतर खेती हो तथा किसान को बंपर पैदावार मिल सके, इसके लिए दक्षिण के राज्यों के खास धान के बीज मंगा कर किसानों को दिए गए थे। ऐसे में किसान धान की फसल को लेकर परेशान नहीं हैं। जबकि, बारिश औसत से कम हुई है।
केके मिश्रा
जिला कृषि अधिकारी