गंगा एक्सप्रेस-वे में नक्शा और मुआयना में अंतर की जांच
जागरण संवाददाता उन्नाव रविवार को सदर तहसील के गांव ओरहर में यूपीडा और प्रशासनिक अफ
जागरण संवाददाता, उन्नाव: रविवार को सदर तहसील के गांव ओरहर में यूपीडा और प्रशासनिक अफसरों का अमला पहुंचा। अधिकारियों ने गंगा एक्सप्रेस-वे की नापी गई भूमि में नक्शा व मुआयना में अंतर पाए जाने के प्रकरण की जांच की। अब तक गांव के एक भी काश्तकार की जमीन का रजिस्ट्री न होने पर लखनऊ यूपीडा सहित जिले के आलाधिकारी किसानों के खेतों पर पहुंचकर जांच पड़ताल की।
सदर तहसील के गांव ओरहर में गंगा एक्सप्रेस वे के लिए चिन्हित किसानों की जमीन में नक्शा व मुआयना में अंतर पाए जाने पर यूपीडा के अधिकारी सियाराम मौर्य दोपहर बाद किसानों के खेतों पर पहुंचकर नक्शा व मुआयना की जांच पड़ताल की। इस गांव के 318 किसानों की भूमि गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए चिह्नित की गई थी। इसमें किसानों के खेत में पिलर गाड़ कर चिह्नांकन किया गया था। इस गांव के 250 किसानों की भूमि की गाटा संख्या में मौके पर नक्शा व मुआयना में अंतर पाए जाने पर रजिस्ट्री नही हो पाई थी। जिसको लेकर दोबारा मौजूद अधिकारियों ने राजस्व विभाग के अधिकारियों से काश्तकारों की भूमि में गड़े पिलर के दोनों ओर 60-60 मीटर की भूमि को सम्मिलित किए जाने को कहा। इस दौरान एसडीएम सदर सत्यप्रिय सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट चंदन पटेल, सदर कानूनगो रंजीत व गांव के लेखपाल विनोद मौजूद रहे।