बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन केंद्र पर निरीक्षण से खलबली
दो दिन उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने के बाद कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के चलते यूपी बोर्ड परीक्षा की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कॉपियों का मूल्यांकन 14 अप्रैल तक रोक दिया गया है। 1
जागरण संवाददाता, उन्नाव : दो दिन उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने के बाद कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के चलते यूपी बोर्ड परीक्षा की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कॉपियों का मूल्यांकन 14 अप्रैल तक रोक दिया गया है। 18 मार्च से बंद पड़े मूल्यांकन की वजह से कॉपियों को कोठार में लाक कर दिया गया था। गुरुवार को डीआइओएस ने औचक निरीक्षण करते हुए कोठार खुलवा कॉपियों का रखरखाव जांचा।
कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के विशेष प्रबंध के बीच यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 16 मार्च को पांच केंद्रों पर शुरू हुआ था। आवंटित कॉपियों का कुल 3.65 फीसद मूल्यांकन हो सका। कॉपियों को जांचने की जिम्मेदारी 1821 शिक्षकों को दी गई है। इसमें 169 प्रधान और 1652 सहायक परीक्षक हैं। 10वीं में 186403 और इंटर में 180014 कॉपियां हैं। डीआइओएस राकेश कुमार ने गुरुवार को अटल बिहारी इंटर कॉलेज, जीजीआइसी व डा. जीनाथजी दयाल बालिका इंटर कॉलेज के कोठार (स्ट्रांग रूम) जांचे। जांची जा चुकी कॉपियों के रजिस्टर को भी उन्होंने जांचा। केंद्र व्यवस्थापक को निर्देश दिए कि बीच-बीच में वह कोठार जांचते रहे। सीसीटीवी को भी एक बार जांच लें कि वह चल रहे हैं या बंद हैं। राकेश कुमार ने बताया कि जीनाथजी इंटर कॉलेज में कॉपियों के बंडल जमीन पर रखें मिले। सीलिग से बचाव के लिए पॉलीथिन में कॉपियों को कवर किए जाने के निर्देश केंद्र व्यवस्थापक को दिए गए हैं।