संक्रमण के खतरे से बेपरवाह अस्पताल प्रशासन
जिला अस्पताल में शरीरिक दूरी और मास्क लगाने की की अनिवर्यता के नियम की खुले आम धज्जियां उड़ रहीं है। मरीज और तीमारदारों की भीड़ लगी रहती है शरीरिक दूरी की कौन कहे बिना मास्क के तीमारदार और डॉक्टरों तक के पास पहुंचते हैं लेकिन उसके बाद भी अस्पताल प्रशासन गंभीर नहीं है।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : जिला अस्पताल में शारीरिक दूरी और मास्क लगाने की बाध्यता की खुलेआम धज्जियां उड़ रही हैं। मरीज और तीमारदारों की भीड़ लगी रहती है, शारीरिक दूरी की कौन कहे बिना मास्क के तीमारदार और डॉक्टरों तक के पास पहुंचते हैं, लेकिन उसके बाद भी अस्पताल प्रशासन गंभीर नहीं है।
बुधवार को महिला अल्ट्रासाउंड केंद्र के बाहर से लेकर प्रसव कक्ष तक गैलरी, वार्ड, लेबर रूम आदि हर जगह बिना मास्क के मरीजों और तीमारदारों का आना जाना ही नहीं रहा, बल्कि गैलरी में खासी भीड़ जमा रही। खास बात यह है कि लेबर रूम गेट, वार्ड और ओटी तीनों स्थानों पर गार्ड भी लगे हैं, उन्होंने भी भीड़ को हटाने की जहमत नहीं उठाई। खास बात यह है कि दूसरों को कोविड सुरक्षा का पाठ पढ़ाने वाली डॉक्टर और स्टाफ को स्वयं की भी चिता नजर नहीं आई तीमारदार और मरीज दोनों की बिना मास्क के उनके पास पहुंच बात करते रहे। सीएमएस डॉ. अंजू दुबे ने कहा कि गार्ड लगवा दिया है स्टाफ को भी हिदायत दी है कि एक तीमारदार को ही फाइल पर हस्ताक्षर के लिए बुलाएं बिना मास्क के किसी को भी वार्ड, ओटी और लेबर रूम में न जाने दिया जाए। वह उसको चेक करेंगी।