कोरोना से बचाएगा मास्क और शरीरिक दूरी संग हैंडवॉश
जागरण संवाददाता उन्नाव कोरोना का संक्रमण हर दिन बढ़ रहा है। दवा उपचार की व्यवस्थाएं
जागरण संवाददाता, उन्नाव : कोरोना का संक्रमण हर दिन बढ़ रहा है। दवा उपचार की व्यवस्थाएं भी बेपटरी हो चुकी हैं। संक्रमितों को अस्पताल से लेकर बाजार तक बेड की कौन कहे दवा भी नहीं मिल पा रहीं हैं। इन हालातों में हम सावधानी बरत कर ही कोरोना से स्वयं की सुरक्षा कर सकते हैं। उक्त सलाह देते हुए अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एके रावत और डॉ. आरके गौतम ने कहा कि इस समय संक्रमण से बचने का एक मात्र रास्ता मास्क लगाना है, हैंडवॉश करते रहकर शारीरिक दूरी कायम रखकर ही किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सभी को मास्क से मुंह और नाक ठीक से ढक कर रहना चाहिए। इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि चेहरे पर मास्क अच्छे से फिट हो और किनारों पर कोई गैप न हो। वायरस नाक, मुंह और आंखों के माध्यम से व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है। ऐसा न हो कि मास्क तो पहना हो लेकिन नाक या मुंह कवर न हो रहा हो। उतारने के बाद मास्क को तुरंत उबलते पानी या साबुन के घोल में डालें। मास्क को छूने से पहले और बाद में 40 सेकेंड तक हाथ साबुन और पानी या 70 फीसद एल्कोहोल युक्त सैनिटाइजर से धोएं।
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न पहनें एक्सहेलेशन वाले मास्क
- एक्सहेलेशन वाले मास्क न पहने क्योंकि यह मास्क हवा में उपस्थित पथोजेंस (रोग जनक) से व्यक्ति की रक्षा करता है न की आपकी सांसों से आस पास के लोगों की। इस तरह के मास्क पहनने से सांस का बहुत अधिक हिस्सा अन्फिल्टर्ड रहता है। यह मास्क प्रदूषण से बचाने में सहायक होता है।