अभी शांत नहीं होगी गंगा, बढ़ेगा प्रकोप
जागरण संवाददाता, उन्नाव : गंगा का जो भयावह रूप इस वक्त दिख रहा है वह जल्दी शांत होने वाला नह
जागरण संवाददाता, उन्नाव : गंगा का जो भयावह रूप इस वक्त दिख रहा है वह जल्दी शांत होने वाला नहीं है। नरोरा से लगातार पानी छोड़े जाने के साथ बारिश का पानी गंगा में पहुंच कर खतरे को और बढ़ा रहा है। मंगलवार को गंगा खतरे के निशान से 8 सेमी ऊपर बहती रहीं। बाढ़ से एक ओर जहां जिले के हजारों लोग बेघर हुए हैं तो मवेशियों के लिए भी मुसीबत है। जहां लोगों को खुद का पेट भरने के लिए शासन-प्रशासन का मुंह देखना पड़ रहा है वहीं इन मवेशियों को भूखों मरने की नौबत आ रही है। खेत खलिहान पानी से लबालब हैं और सड़क पर खाने का कोई साधन है। ऐसे में बाढ़ का पानी कम होने तक इन लोगों के अलावा जिला प्रशासन के सामने भी बड़ी चुनौती है।
जिले में करीब 84 किमी क्षेत्र में फैले कटरी क्षेत्र को गंगा ने अपने आगोश में ले रखा है। चारों ओर पानी ही पानी है। गांव के गांव डूब चुके हैं और यहां के लाखों लोग परिवार के साथ राहत केंद्रों के अलावा रोड किनारे गुजर-बसर करने को मजबूर हैं। जीवन भर की कमाई से बने आशियानों को छोड़कर लोग बच्चों को लेकर सड़क पर जीवन बिता रहे हैं। गृहस्थी डूबने से लोगों के पास खाने-पीने तक के लाले हैं। परिवार का पेट पालने को उनके पास राशन नहीं है तो वहीं लाखों मवेशी भी रोड किनारे घूम रहे हैं। ना ही उन्हें उनके पालक कुछ खाने को दे पा रहे हैं और खेत-खलिहानों में पानी भर जाने से उन्हें चारा भी नहीं नसीब हो रहा। इससे मवेशी भी भूखों मरने की कगार पर हैं। जिला प्रशासन व कई समाजसेवी संस्थाएं बाढ़ पीड़ितों की मदद को आगे तो आए हैं लेकिन, यह ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है। लोगों को घरों से आवागमन को लगाई गई नाव पर्याप्त नहीं हैं जिससे अभी भी बड़ी संख्या में लोग बाढ़ में ही फंसे हुए हैं। रात में दो सेमी बढ़ थम गया जलस्तर
सोमवार दिन में 6 सेमी बढ़ने के बाद रात में भी गंगा ने अपना बढ़त जारी रखी। जलस्तर मंगलवार सुबह 8 बजे यह दो सेमी बढ़कर 113.080 मीटर पर पहुंच गया। इसके बाद जलस्तर पूरे दिन इसी लेबल पर थमा रहा। हालांकि पानी का थमना थी लोगों को राहत न देकर दुश्वारियां ही बढ़ाता रहा। मंगलवार भी नरोरा से छोड़ा गया पानी
रविवार व सोमवार के बाद मंगलवार को भी नरोरा बांध से गंगा में 1.99 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जो दो दिनों में यहां पहुंचेगा। इस पानी के पहुंचने पर गंगा के जलस्तर में और बढ़ोत्तरी होगी। हालांकि जानकारों की मानें तो इसके बाद के बांधों के सभी द्वार खोल दिए गए हैं। जिससे पानी रुक नहीं रहा है। पहाड़ों पर बारिश के न थमने से स्थिति गंभीर
जानकारों की मानें तो पहाड़ी क्षेत्र में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। जिससे नदियों में बेतहाशा पानी आ रहा है। क्षमता से अधिक पानी बांध में पहुंचने से इनमें भी पानी को रोका नहीं जा रहा है। जिससे स्थिति लगातार गंभीर हो रही है। वहीं अभी फिलहाल इससे राहत मिलती भी नजर नहीं आ रही।