गंगा कटरी के माफिया पर प्रशासन ने की सख्त कार्रवाई
संवाद सहयोगी, सफीपुर : गंगा रेती की जमीन पर कब्जा कर भू-माफिया मालामाल होते रहते हैं। र
संवाद सहयोगी, सफीपुर : गंगा रेती की जमीन पर कब्जा कर भू-माफिया मालामाल होते रहते हैं। रेती की जमीन पर कब्जेदारी को लेकर माफिया की सक्रियता को लेकर अब तक सो रहा प्रशासन आखिर हरकत में आया। सफीपुर कोतवाली पुलिस ने कटरी के माफिया के खिलाफ अभियान चलाया। एक हिस्ट्रीशीटर समेत तीन को गिरफ्तार किया है।
बताते चलें जागरण में 15 नवंबर को'लूटने लगी कटरी,सो रहा प्रशासन'शीर्षक से कटरी की जमीन पर अवैध कब्जेदारी कर छोटे किसानों को नीलाम करने की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी। दरअसल गंगा का जलस्तर घटने के बाद हर वर्ष रेती की भूमि पर कब्जा जमाने के लिये बाहुबली सक्रिय हो जाते है। दबंगों के आमने सामने होने से गैंगवार की संभावना बढ़ जाती है। वर्ष 2016 में ददलहा गांव समीप रेती की जमीन पर कब्जे को लेकर दबंगों ने जमकर असलहों का प्रदर्शन किया था। अल्लीपुर गांव निवासी सोनेलाल की जमकर पिटाई करने के बाद पंपिग सेट में आग लगा दी थी। ताजा मामला 12 नवंबर 18 का है। कंसापुरवा के अनिल और भगवंतखेड़ा के एक किसान की दबंगों ने जमकर पिटाई के बाद उसकी जमीन पर कब्जा जमा लिया। जागरण ने गंगा रेती की जमीन पर भूमाफिया के सक्रिय होने का खुलासा किया। जिसके बाद एसडीएम ने माफिया पर नकेल कसने का निर्देश पुलिस के दिया। सफीपुर कोतवाल राघवन कुमार ¨सह ने खबर को संज्ञान में लेकर पुलिस दल के साथ गंगा कटरी रेती की खाक छानी। ग्रामीणों से मिले इनपुट में कई भू माफिया के नाम प्रकाश में आये। जिस र पुलिस ने कटरी अल्लीपुर गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर रामसहाय पुत्र जुगुल, लल्लू पाल पुत्र चंद्रिका व सरवन पाल पुत्र रामगुलाम को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को शांति भंग की धारा में निरुद्ध कर एसडीएम की कोर्ट में पेश किया। जहां से एसडीएम कृपाशंकर यादव ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। कोतवाल राघवन कुमार ¨सह ने बताया जेल भेजे गए तीनो आरोपी दबंग हैं। गरीब किसानों को धमका कर जबरन कब्जा करने का काम करते हैं। भू माफिया के विरुद्ध अभियान चलता रहेगा।