गंगा और उफनाईं, बाढ़ हुई विकराल
संवाद सहयोगी, पाटन : तहसील बीघापुर क्षेत्र में गंगा नदी के पार के गांवों में गंगा नदी के बढ़
संवाद सहयोगी, पाटन : तहसील बीघापुर क्षेत्र में गंगा नदी के पार के गांवों में गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर व कटान को लेकर लोगों में दहशत का माहौल बनता जा रहा हैं। गांव मंझा के सामने तेजी से कटान हो रही हैं। यहां के लोग सुरक्षित ठिकाना खोजने में लगे हैं।
तहसील क्षेत्र के की दो ग्राम पंचायतें लालखेड़ा व दूलीखेडा एवं इनके करीब एक दर्जन मजरे गंगा नदी के पार पड़ते हैं। लगभग प्रति वर्ष यहां के लोग बाढ़ व कटान की समस्या से जूझते हैं। पिछले वर्ष भीषण कटान हुई थी। जिसमें लालखेड़ा का उच्च व प्राथमिक विद्यालय व दो दर्जन घर कटान की भेंट चढ़ गये थे। इस वर्ष भी गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है। दो दिन से कटान भी तेजी से शुरू हो गई है। गांव मंझा मजरे दूलीखेड़ा के सामने बहुत तेजी से कटान हो रही हैं। गांव गंगा की धारा से मात्र पचास मीटर दूर बचा है। लोगों ने कहा कि जिस तरह कटान हो रही उसी तरह अगर होतीं रही दो तीन दिन में कटान गांव तक पहुंच जाएगी। इसको लेकर उक्त गांव के लोग अपने सुरक्षित ठिकाने की खोज भी करने लगे।
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गंगा के उफान से फसल बर्बाद, कई गांवों पर खतरा
- गंगा का पानी बढ़ने से कटरी में बोयी गई फसल काफी बर्बाद हो गई हैं। कटान का सबसे अधिक खतरा, मंझा, भरोसे का पुरवा, व्यापारी का पुरवा, दूलीखेड़ा, लालखेड़ा, मिश्रनखेड़ा आदि में हैं। दूलीखेड़ा के प्रधान श्रीकृष्ण व वीरेंद्र यादव ने कहा कि कल से मंझा के सामने तेजी कटान शुरू हुई थी जो अब भी चल रही हैं। लालखेड़ा के प्रधान प्रतिनिधि राजू यादव ने कहा कि पिछले वर्ष भी कटान इधर हुई और इस वर्ष भी शुरू हो गई।