लगा धरती फट गई..धमक से पीछे भी बसें हिल गई
जागरण संवाददाता, उन्नाव : पुलवामा आतंकी हमले में उन्नाव का एक लाल सुरक्षित बच गया। हमले के
जागरण संवाददाता, उन्नाव :
पुलवामा आतंकी हमले में उन्नाव का एक लाल सुरक्षित बच गया। हमले के चश्मदीद सीआरपीएफ जवान नितिन भी काफिले में शामिल थे। साथी शहीद अजीत कुमार को न बचा पाने का उन्हें मलाल है। फोन पर परिजन को जानकारी देने के दौरान उनका गला रुंध गया। उन्होंने बताया कि हमले के वक्त वह भी पीछे की बस में मौजूद था। तेज धमाके के बाद चारो तरफ धुंआ होने के साथ सिर्फ दुश्मनों की गोलियों की आवाज सुनाई दी। धमाका इतनी तेज था कि ऐसा लगा धरती फट गई। धमक से पीछे तक की बसें हिल गई। आतंकियों ने हमले के बाद गोलियां भी चलाई, किसी भी जवान को संभलने का मौका नहीं मिला।
बीघापुर क्षेत्र के सिकंदरपुर कर्ण गांव निवासी नितिन कुमार शुक्ल भी सीआरपीएफ की 115वीं बटालियन के अजीत के साथ तैनात थे। शहर के इंद्रानगर में रहने वाले नितिन के चाचा एके शुक्ल शुक्रवार को शहीद अजीत कुमार के घर पहुंचे। उन्होंने बताया कि आतंकी हमले के बाद भतीजे नितिन का फोन आया। वह काफी सहमा हुआ था। बताया कि हमले के वक्त वह कानवाई में लगी पीछे की बस में था जबकि अजीत उस बस में था, जिसे विस्फोट में उड़ा दिया गया। जब उसे पता चला कि हमले में उसका दोस्त अजीत शहीद हो गया तो वह गमगीन हो गया। कन्नौज का शहीद जवान भी उसका साथी था। जागरण से फोन पर बातचीत में नितिन ने कहा कि अजीत समेत अन्य साथियों की शहादत पर बेहद दु:खी है। बताया कि तीन शव की पहचान नहीं हो सकी है। अजीत के शव की पहचान कर ली गई है।