Move to Jagran APP

उन्नाव के ट्रांस गंगा सिटी में दूसरे दिन भी बवाल, किसानों ने पाइपों में लगाई आग

ट्रांसगंगा गंगा सिटी के भूमि अधिग्रहण के विरोध में शनिवार को किसानों और पुलिस में हुए संघर्ष की घटना के बाद प्रशासन को पहले से ही बवाल बढऩे की आशंका थी।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 17 Nov 2019 12:14 PM (IST)Updated: Sun, 17 Nov 2019 02:55 PM (IST)
उन्नाव के ट्रांस गंगा सिटी में दूसरे दिन भी बवाल, किसानों ने पाइपों में लगाई आग
उन्नाव के ट्रांस गंगा सिटी में दूसरे दिन भी बवाल, किसानों ने पाइपों में लगाई आग

उन्नाव, जेएनएन। ट्रांस गंगा सिटी में मुआवजे की मांग कर रहे किसानों का आक्रोश भले ही शनिवार देर शाम थम गया, लेकिन रविवार को एक बार फिर यह उपद्रव करने पहुंच गए। किसानों का बवाल ट्रांस गंगा सिटी में दूसरे दिन भी शुरु हो गया है।

loksabha election banner

ट्रांसगंगा सिटी से खदेड़ने पर गुस्साए किसानों ने रविवार की सुबह ट्रांसगंगा सिटी के पास बने गोदाम और मिक्सर वाहन में आग लगा दी। गोदाम से एक किलोमीटर की दूरी पर पुलिस फोर्स तैनात था। गोदाम में पानी के प्लॉस्टिक पाइप रखे होने से आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। आग से काफी ऊंचाई तक धुआं का गुब्बार उठने से गांव में दहशत फैल गई। दमकल कर्मियों ने दो फायर मोटर लगाकर आधा घंटे के अंदर आग पर काबू पा लिया। आगजनी से कोई हताहत नहीं हुआ है। आगजनी की घटना के बाद मौके पर पहुंचे डीएम व एसपी ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।

ट्रांसगंगा सिटी साइड पर यूपीसीडा ने निर्माण कार्य के लिए गोदाम बना रखे हैं। रविवार की सुबह आंदोलित किसानों ने गंगा सिटी की साइड पर बने गोदाम में पानी के प्लॉस्टिक पाइप काफी संख्या में रखे हुए थे। किसानों ने पेट्रोल व डीजल डालकर गोदाम में रखे पाइप में आग लगा दी। प्लॉस्टिक पाइप में आग पकड़ने पर काफी विकराल रूप धारण कर लिया था। गंगासिटी क्षेत्र के आसपास केवल धुंआ का गुब्बार उठता नजर आ रहा था। जानकारी होते ही दमकल कर्मियों ने अपने दो फायर वाहन लगाकर किसी तरह आग पर काबू पाया।

इस दौरान पुलिस ने आसपास मौजूद लोगों को लाठी पटक कर खदेड़ दिया था। इसी दरम्यान दोबारा गुस्साएं किसानों ने यूपीसीडा के मिक्सर वाहन में आग लगा दी। दमकल कर्मियों ने वाहन में लगी आग पर भी काबू पा लिया है। मामला की जानकारी होते ही डीएम देवेन्द्र कुमार पाण्डेय और एसपी माधव प्रसाद वर्मा भी घटनास्थल पर पहुंच गए। मौके पर मौजूद एडीएम राकेश सिंह ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। आगजनी की घटना से अभी तक कोई हताहत नहीं हुआ है। घटना को अंजाम देने वाले अराजक तत्वों पर रिपोर्ट दर्ज कर करवाई की जाएगी।

आग की ऊंची लपटें उठती देख एसडीएम दिनेश सिंह की सूचना पर पहुंची दमकल की गाडिय़ां आग बुझाने की कोशिश में लगी थी। किसानों ने आग कब लगाई प्रशासन व पुलिस को भी इसकी भनक नहीं लग पाई।फोर्स मौके पर पहुंचा तो आसपास कोई नजर नहीं आया। आग लगाने के बाद किसान पहले ही भाग निकले थे।

यह भी पढ़ें : जानें, ट्रांस गंगा सिटी में क्या है विवाद, तीन बार मुआवजा बढऩे के बाद फिर क्यों टकराव 

डीएम देवेंद्र कुमार पाण्डेय भी अधिकारियों तथा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे हैं। फायर ब्रिगेड की टीमें जहां आग पर नियंत्रण के प्रयास में हैं, वहीं पुलिस की टीमें अराजकता फैलाने वाले किसानों की खोज में लगी हैं। डीएम ने कहा है कि आगजनी के मामले में प्रशासन किसानों पर जरा भी रहम नहीं दिखाएगा। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले को सख्त सजा दी जाएगी। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। 

ट्रांसगंगा गंगा सिटी के भूमि अधिग्रहण के विरोध में शनिवार को किसानों और पुलिस में हुए संघर्ष की घटना के बाद प्रशासन को पहले से ही बवाल बढऩे की आशंका थी, इससे भारी पुलिस और पीएसी के साथ प्रशासनिक अफसरों ने सुबह ही ट्रांस गंगा सिटी कार्यालय में डेरा जमा लिया था। करीब 10:30 बजे एसडीएम दिनेश सिंह और सीओ भीम कुमार गौतम के नेतृत्व में पुलिस ने घेराबंदी की। यूपीसीडा के कर्मचारियों ने भूमि पर कब्जा कर बोई फसल जेसीबी से तबाह करना शुरु किया तो किसानों ने ट्रांस गंगा सिटी के साइड आफिस से एक किमी दूर बन रहे विद्युत सब स्टेशन के लिए लाए गए प्लास्टिक पाइपों में आग लगा दी।ट्रांसगंगा सिटी साइड पर यूपीसीडा ने निर्माण कार्य के लिए गोदाम बना रखे हैं। रविवार की सुबह आंदोलित किसानों ने गंगा सिटी की साइड पर बने गोदाम में पानी के प्लॉस्टिक पाइप काफी संख्या में रखे हुए थे। किसानों ने पेट्रोल व डीजल डालकर गोदाम में रखे पाइप में आग लगा दी। प्लॉस्टिक पाइप में आग पकड़ने पर काफी विकराल रूप धारण कर लिया था। गंगासिटी क्षेत्र के आसपास केवल धुंआ का गुब्बार उठता नजर आ रहा था। जानकारी होते ही दमकल कर्मियों ने अपने दो फायर वाहन लगाकर किसी तरह आग पर काबू पाया।

इस दौरान पुलिस ने आसपास मौजूद लोगों को लाठी पटक कर खदेड़ दिया था। इसी दरम्यान दोबारा गुस्साएं किसानों ने यूपीसीडा के मिक्सर वाहन में आग लगा दी। दमकल कर्मियों ने वाहन में लगी आग पर भी काबू पा लिया है। मामला की जानकारी होते ही डीएम देवेन्द्र कुमार पाण्डेय और एसपी माधव प्रसाद वर्मा भी घटनास्थल पर पहुंच गए। मौके पर मौजूद एडीएम राकेश सिंह ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। आगजनी की घटना से अभी तक कोई हताहत नहीं हुआ है। घटना को अंजाम देने वाले अराजक तत्वों पर रिपोर्ट दर्ज कर करवाई की जाएगी।

ट्रांस गंगा सिटी में मुआवजे की मांग कर रहे किसानों का आक्रोश शनिवार को निर्माण की तैयारी देख फूट पड़ा। करीब पांच-छह सौ किसानों ने साइट पर उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के महाप्रबंधक अभियंत्रण को घेर लिया। मजदूरों को भी भगा दिया। बस, कार व जेसीबी में तोडफ़ोड़ की। जेसीबी चालक घायल हो गया। बिगड़ते हालात देख पीएसी व 13 थानों के फोर्स ने मोर्चा संभाला। समझाने की कोशिशों के बीच पथराव शुरू हो गया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। आंसू गैस के गोले भी छोड़े। पथराव में सीओ सिटी, एएसपी समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। लाठीचार्ज में 15 किसान घायल हो गए। आंदोलन की अगुवाई करने वाले किसान नेता गिरफ्तार कर लिया गया।

प्रशासन के साथ शुक्रवार को हुई बैठक में ट्रांस गंगा सिटी में निर्माण शुरू कराने की सहमति बनने पर यूपीसीडा के महाप्रबंधक अभियंत्रण संदीप चंद्रा शनिवार सुबह साइट आफिस पहुंचे थे। काम शुरू कराए जाने की जानकारी पर किसान नेता वीएन पाल के नेतृत्व में पहुंचे पांच सौ से अधिक किसानों ने मुआवजा दिए जाने से पहले काम न होने देने की चेतावनी देते हुए महाप्रबंधक का घेराव किया। मजदूरों को खदेडऩा शुरू कर दिया। यूपीसीडा के अधिकारियों को पीछे हटना पड़ा। किसानों ने परिसर को घेरकर जमकर तोडफ़ोड़ की। डीएम तक जानकारी पहुंची तो भारी फोर्स भेजा गया।

प्रशासन दो घंटे तक किसानों को समझाने और शांत कराने का प्रयास करता रहा। दो बजे डीएम देवेंद्र पांडेय और एसपी एमपी वर्मा ने गंगाघाट थाने में डेरा जमा लिया। यहां एडीएम राकेश ङ्क्षसह व एएसपी विनोद पांडेय ने किसानों को काम में अवरोध न बनने की चेतावनी दी। एडीएम किसानों को फिर समझाने कोशिश कर रहे थे, तभी भीड़ से पथराव शुरू हो गया। अधिकारियों के इशारे पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेडऩा शुरू कर दिया। आंसू गैस और पानी की धार का भी प्रयोग किया। किसानों का पथराव और तेज हो गया। सीओ सिटी अंजनी कुमार राय, दारोगा अनिरुद्ध ङ्क्षसह और सिपाही अजय ङ्क्षसह घायल हो गए। एएसपी विनोद कुमार पांडेय हाथ में पत्थर लगने से चुटहिल हो गए। पुलिस ने कई मीडिया कर्मियों को भी निशाना बनाया। फोन और कैमरे छीन लिए।

16 नवंबर को कब क्या हुआ

9:45 बजे - लगभग पांच सौ किसान साइट पर जुट गए

9:50 बजे - एसडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट और तहसीलदार पहुंचे

10:25 बजे - किसानों ने नारेबाजी कर वाहनों में तोडफ़ोड़ की

10:30 बजे - पुलिस ने किसानों को खदेड़ा

10:47 बजे - किसान व पुलिस आमने-सामने

12:05 बजे - और पुलिस फोर्स पहुंचा।

2:10 बजे - किसानों से तीखी नोंकझोंक

2:18 बजे - पथराव शुरू हो गया

2:20 बजे - किसानों पर लाठीचार्ज, मची भगदड़

3:00 बजे - बवाल शुरू, तोड़ी गई किसान नेता की कार

3:01 बजे - किसान नेता डा. वीएन पाल गिरफ्तार। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.