किसान ने दी आत्मदाह की चेतावनी
सदर तहसील क्षेत्र के गांव भवानी खेड़ा मजरा कोरारीकला के रमेश कुमार ने सहन पर अवैध कब्जा कर दुकान लगा दी गई। पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाई । जांच में उसके आरोपों को गलत ठहरा दिया गया। पीड़ित अफसरों की चौखट पर सही जांच कराने की गुहार लगाता रहा पर किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। एक अधिकारी ने तो उसे कार्यालय से भगा दिया। प्रशासनिक अफसरों की उपेक्षा से पीड़ित गरीब ने आइजीआरएस पर मुख्यमंत्री से न्याय मांगा। साथ ही उसने यह भी कह दिया अगर न्याय नहीं मिला तो आत्मदाह कर लूंगा।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : सदर तहसील क्षेत्र के गांव भवानी खेड़ा मजरा कोरारी कला के रमेश कुमार ने सहन पर अवैध कब्जा कर दुकान लगा दी गई। पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाई। जांच में उसके आरोपों को गलत ठहरा दिया गया। पीड़ित अधिकारियों की चौखट पर सही जांच कराने की गुहार लगाता रहा पर किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। एक अधिकारी ने तो उसे कार्यालय से भगा दिया। प्रशासनिक अफसरों की उपेक्षा से पीड़ित गरीब ने आइजीआरएस पर मुख्यमंत्री से न्याय मांगा। साथ ही उसने यह भी कह दिया अगर न्याय नहीं मिला तो आत्मदाह कर लूंगा।
सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री से की गई गुहार और आत्मदाह की घोषणा सुर्खियों में आई तो तहसील प्रशासन हरकत में आया। एसडीएम दिनेश कुमार सिंह ने मंगलवार को पुन: नायब तहसीलदार रजनीश को पुलिस के साथ जांच करने मौके पर भेजा। नायब तहसीलदार ने जांच और नाप-जोख के बाद जो गुमटी रखी थी उसे पीड़ित रमेश के सहन में न होने की पुष्टि की। जबकि पूर्व में पुलिस और लेखपाल ने जो जांच की थी उसमें रिपोर्ट दी गई थी कि गुमटी हटाने के लिए दुकान मालिक ने लिखकर दिया इससे दोनों जांचों में फिर विरोधाभाष हो गया है। थाना प्रभारी अचलगंज वीपी सिंह ने कहा नायब तहसीलदार ने जांच कर रिपोर्ट भेज दी है। एसडीएम सदर ने कहा कि नायब तहसीलदार ने जो रिपोर्ट दी है उसके अनुसार शिकायतकर्ता रमेश के सहन में गुमटी नहीं रखी है। मामले की रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है।