जल के साथ वायु प्रदूषण पर भी बंद होंगी फैक्ट्रियां
डेटलाइन के अंतिम सप्ताह में जल प्रदूषण के साथ वायु प्रदूषण की भी रिपोर्ट तैयार की जाएगी -इसमें किसी फैक्ट्री की चिमनी का धुआं भी मानकों के विपरीत मिला तो फैक्ट्री में ताला लगेगा
जागरण संवाददाता, उन्नाव : अभी जल प्रदूषण पर कार्रवाई की आंच से झुलस रहीं फैक्ट्रियों की मुसीबत अब और बढ़ गई है। जल के साथ ही वायु प्रदूषण में भी इनके खिलाफ कार्रवाई होगी। जल प्रदूषण की जांच के साथ वायु प्रदूषण मानक के विपरीत मिला तो फैक्ट्री पर ताला लगेगा। इसके लिए एनजीटी ने आदेश जारी किए हैं। अब अधिकारी सभी कारखानों में वायु प्रदूषण की भी जांच करेंगे। वायु प्रदूषण फैलाने पर बंदी की कार्रवाई होगी।
जून की शुरुआत में गंगा में जल प्रदूषण बढ़ता देख एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड और उत्तर प्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को आदेश देकर बंथर व उन्नाव के कॉमन इफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, इनसे जुड़ी 41 फैक्ट्रियों की जांच कराई थी। जल प्रदूषण की जांच में मानकों की धज्जियां उड़ाए जाने की पुष्टि हुई तो एनजीटी ने 14 जून को प्लांट और फैक्ट्रियां बंद करा दीं। उद्यमियों ने सीइटीपी का उच्चीकरण कराया और एनजीटी से फैक्ट्रियां खोलने की गुहार लगाई। करीब साढ़े तीन माह के बाद 23 सितंबर को दो माह का समय देते हुए इन्हें खोला गया था। सब कुछ दुरुस्त करने को दो माह का समय मिला था जो 23 नवंबर को पूरा हो रहा है। इसी बीच अब आदेश आया है कि जल के साथ वायु प्रदूषण भी परखा जाएगा। यदि फैक्ट्रियां वायु प्रदूषण फैलाती मिलीं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभागीय अधिकारी बताते हैं कि वायु प्रदूषण की जांच के निर्देश मिले हैं। चिमनियों के धुएं की विशेष मशीनों से जांच कर रिपोर्ट एनजीटी को भेजी जाएगी।