देश के लिए प्राणोत्सर्ग करने वाले शहीद कभी नहीं मरते
संवाद सहयोगी, पाटन : अंग्रेजी हुकूमत के सामने घुटने न टेक हंसते-हंसते फांसी के फंदे
संवाद सहयोगी, पाटन : अंग्रेजी हुकूमत के सामने घुटने न टेक हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर लटक जाने वाले अमर सपूत राजा राव राम बक्श ¨सह को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि देने के लिए दलीय निष्ठा से ऊपर उठकर विभिन्न दलों के राजनीतिज्ञों ने बलिदान स्थल बक्सर पहुंचे जहां श्रद्धांजलि अर्पित की। विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने कहा देश के स्वाभिमान और सम्मान पर प्राण न्योछावर करने वाले अमर शहीद कभी मरते नहीं हैं। विधानसभा अध्यक्ष 1857 के अमर शहीद राजा राव रामबक्स ¨सह के बलिदान दिवस पर गुरुवार को राजा राव राम बक्स ¨सह स्मारक एवं बलिदान दिवस समिति के तत्वावधान मे बलिदान स्थल' बक्सर में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब अमर शहीदों के बताये रास्ते पर चला जाएगा। उन्होंने लोगों से कहा कि बक्सर में पर्यटन विभाग सजाने संवारने का काम करेगा। इसके लिये अपने सुझाव पत्र मुझे दें। विधायक कुलदीप ¨सह सेंगर व पूर्व सांसद अन्नू टंडन ने कहा कि अमर शहीद राव राम बक्स ¨सह जनपद के नहीं पूरे देश के गौरव हैं। पूर्व सांसद देवी बक्स ¨सह, बैसवारा कल्याण समित के मुन्ना ¨सह अवधूत, हरिओम ¨सह, कमल बहादुर ¨सह ने भी राव साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व विधायक भगवती ¨सह विशारद ने आभार व्यक्त किया। संचालन वीर प्रताप ¨सह ने किया। अरुण दीक्षित, संजय शुक्ला योगेश बाजपेयी, अंकित परिहार, बैजनाथ ¨सह, निर्भय ¨सह लाला आदि मौजूद रहे। बैसवारा कल्याण समिति ने कंबल भी वितरित किया। कवियों ने काव्य पाठ कर राव साहब को श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
बलिदान यात्रा का हुआ स्वागत
पाटन : बैसवारा कल्याण समिति के तत्वावधान में अमर शहीद राव रामबक्स ¨सह के 159 वें बलिदान दिवस पर कोटवर में श्रद्धांजली समारोह का आयोजन किया। उनके पूर्वज बाबा त्रिलोकचंद्र की जन्म स्थली कोटवर से बलिदान स्थल बक्सर तक बलिदान यात्रा निकाली गई। इस मौके पर समिति ने मेधावी छात्रों को सम्मानित किया और गरीबों को ठंड से बचाने के लिए कंबल भी दिए। बाबा त्रिलोक चंद्र इंटर कालेज कोटवर में आयोजित समारोह का शुभारंभ समिति के अध्यक्ष मुन्ना ¨सह अवधूत ने बाबा के ध्वज को फहरा कर किया। विधायक कुलदीप ¨सह सेंगर ने भी हवन में आहुति डालकर राव साहाब के पूर्वजों को नमन किया। समिति के हरिओम ¨सह, कमल बहादुर ¨सह, मुन्ना ¨सह आदि के नेतृत्व में बलिदान यात्रा निकाली गई। बलिदान यात्रा का रास्ते में कई स्थानों पर स्वागत भी किया गया।