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उन्नाव के भगवंत नगर में 15 दिन से टूटा पड़ा बिजली का खंभा, हादसे की संभावना

संवाद सूत्र भगवंत नगर कस्बा के एक वार्ड में बिजली विभाग की लापरवाही किसी दिन वार्ड के लोगो

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 05:33 PM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 05:33 PM (IST)
उन्नाव के भगवंत नगर में 15 दिन से टूटा पड़ा बिजली का खंभा, हादसे की संभावना
उन्नाव के भगवंत नगर में 15 दिन से टूटा पड़ा बिजली का खंभा, हादसे की संभावना

संवाद सूत्र, भगवंत नगर : कस्बा के एक वार्ड में बिजली विभाग की लापरवाही किसी दिन वार्ड के लोगों को भारी पड़ सकती है। कस्बा भगवंत नगर के वार्ड 3 स्थित शाहन गंज बीते पंद्रह दिनों से टूटा बिजली का खंभा हादसों को दावत दे रहा है। टूटे खंभे की वजह से जहां उपभोक्ताओं को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है वहीं किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है।

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वार्ड 3 में 15 दिन पहले बिजली की खंभा टूट गया था। वार्ड सभासद चंद्रिका प्रसाद ने बताया कि टूटे खंभे के साथ उनके घर की दीवार से सटकर कर निकले बिजली के केबल को लेकर आइजीआरएस के अलावा 1912 में काल कर शिकायत दर्ज करायी थी लेकिन मामले का समाधान नहीं हो सका। वहीं विभाग द्वारा उनके आईजीआरएस के जवाब में उपरोक्त समस्या पुरवा से संबंधित होने की बात कह कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली। जबकि इस समस्या से कस्बा स्थित विद्युत उपकेंद्र भी वाकिफ है। इस संबंध में जब एसडीओ अभिषेक से बात की गयी तो उनका कहना था कि खंभा टूटने की जानकारी पर उपभोक्ताओं की लाइन चालू करा दी गयी थी। टूटे पड़े खंबे को हटाने के लिए तुरंत कह रहा हूं।

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बूचा गाढ़ा मार्ग निर्माण बंद, ग्रामीण मायूस

संवाद सूत्र, फतेहपुर चौरासी: तीन नवंबर को बांगरमऊ विधानसभा के उपचुनाव में मतदान करने से मना कर रहे ग्रामीणों को मनाने के बाद शुरू हुआ मार्ग निर्माण फिर बंद हो गया। गौरतलब है कि फतेहपुर चौरासी के बूचागाढ़ा गांव का मार्ग एक दशक से खस्ताहाल है। इसकी मरम्मत के लिए हर बार ग्रामीणों को आश्वासन ही मिला था। इस बार निर्माण शुरू होता देख ग्रामीणों में आस जगी थी, लेकिन अचानक मार्ग निर्माण बंद हो जाने से गांव वाले एक बार फिर निराश हो रहे हैं। बूचा गाढ़ा के लोगों ने बताया कि हम लोगों की प्रशासन से उम्मीद अब खत्म हो गई है। सिर्फ नाम के लिए लगभग 100 मीटर में ईंट की गिट्टी डलवाई गई थी। जो मात्र 12 दिनों में जलमग्न हो गई। जिससे तालाबनुमा बन चुकी सड़क पर भरे गंदे पानी से बीमारियां अलग से पल रही हैं। गांव में किसी प्रकार के मांगलिक कार्यक्रम से भी लोग कतराते हैं। जिसकी मजबूरी होती है। वह सड़क पर भरे पानी को निकालने के लिए इंजन लगवाता है। इसके बावजूद अधिकारी हैं, कि आंखे मूंदे बैठे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि चंद दिनों में गांव की एक लड़की की बारात तय है, किन्तु गांव के रास्ते पर तालाब भरा हुआ दिख रहा है। जिससे गांव का सम्मान बनाये रखने के लिए ग्रामीणों ने रास्ते पर भरे पानी को सिचाई इंजन से बाहर निकलवाया है। वहीं लोक निर्माण विभाग के जेई नागेंद्र कुमार ने बताया कि दीपावली त्यौहार के कारण काम बंद कर दिया गया था। ठेकेदार के आने के बाद काम पुन: शुरू कराया जाएगा और सड़क का स्टीमेट रनिग पर है।


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