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ट्रैक दोहरीकरण के बाद मार्च से उन्नाव-रायबरेली रूट पर दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेन

उन्नाव से सटे बालामऊ व ऊंचाहार रेलमार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ाने की कवायद दो माह में पूरी हो जाएगी। उत्तर रेलवे ने विद्युतीकरण और ट्रैक दोहरीकरण का कार्य तेज कर दिया है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 07:45 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 07:46 PM (IST)
ट्रैक दोहरीकरण के बाद मार्च से उन्नाव-रायबरेली रूट पर दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेन
ट्रैक दोहरीकरण के बाद मार्च से उन्नाव-रायबरेली रूट पर दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेन

उन्नाव, जेएनएन। उन्नाव से सटे बालामऊ व ऊंचाहार रेलमार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ाने की कवायद दो माह में पूरी हो जाएगी। उत्तर रेलवे ने विद्युतीकरण और ट्रैक दोहरीकरण का कार्य तेज कर दिया है। उन्नाव-बीघापुर और रायबरेली से ऊंचाहार तक के सेक्शन में कार्य चल रहे हैं। डीआरएम सतीश कुमार ने बताया कि ट्रैक दोहरीकरण का कार्य उन्नाव से फाफामऊ तक होना है। यात्रियों के सफर को सुगम बनाने के लिए कार्य तेजी से कराए जा रहे हैं।

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उन्नाव से प्रयागराज का सफर मुश्किल भरा 

सिंगल ट्रैक होने के साथ ओएचई नहीं होने से कानपुर-लखनऊ रेलमार्ग पर उन्नाव से प्रयागराज का सफर यात्रियों के लिए ऊंचाहार तक मुश्किल भरा होता है। इस 140 किमी के रूट पर अभी ट्रेन डीजल इंजन से चलतीं हैं, जिससे समय ज्यादा लगता है। वहीं ट्रेनें सीमित होने से यात्री ऊंचाहार व प्रयागराज के लिए कानपुर सेंट्रल की ओर रुख करते हैं या फिर रोडवेज का सहारा लेते हैं। काम पूरा कराने के लिए उप मुख्य विद्युत अभियंता आरके द्विवेदी को निर्देशित किया गया है।  उन्नाव से बालामऊ और सीतापुर के बीच का कार्य इस सेक्शन का काम पूरा होते ही शुरू होगा।

खास बातें 

  • 1600 करोड़ रुपये तक होगा अनुमानित बजट   
  • 525 करोड़ रु. से स्टेशन, हाल्ट व फुट ओवरब्रिज 

बजट 2018 में मिली थी मंजूरी 

रेल बजट 2018 में ट्रैक व विद्युतीकरण योजना को मंजूरी मिली थी। उन्नाव से प्रयागराज जाने वाले यात्रियों के सफर को सुगम बनाने के लिए उत्तर रेलवे ने उन्नाव से फाफामऊ (प्रयाग से छह किमी दूर) के बीच अप्रैल 2018 में काम शुरू कराया। 

प्रमुख हाल्ट क्रासिंग पर केबिन  

उन्नाव-ऊंचाहार रेलमार्ग पर ट्रेनों को नई रफ्तार के साथ ही हाल्ट की क्रासिंग पर सुरक्षा-संरक्षा बढ़ेगी। कोरारी, कुल्हा हाल्ट व बीघापुर सहित तकिया, बैसवारा, रघुराज सिंह, लालगंज की क्रासिंग पर कार्य अंतिम चरण में हैं। यहां गेटमैन के लिए केबिन भी बनाए जा रहे हैं।

30 किमी. प्रतिघंटा बढ़ेगी रफ्तार

वर्तमान में उन्नाव से प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों की चाल सुस्त है। सिंगल ट्रैक और ओएचई न होने के चलते डीजल इंजन से ट्रेन 80 किमी प्रतिघंटा से चलती हैं। जबकि इलेक्ट्रिक इंजन से रफ्तार 110 किमी प्रतिघंटा हो जाएगी।

कम लगेगा समय, मिलेगी राहत 

उन्नाव से रायबरेली रूट पर डीजल इंजन वाली ट्रेनों में 54211-54153 रायबरेली पैसेंजर, ऊंचाहार एक्सप्रेस, कानपुर-प्रयागराज पैसेंजर, प्रयागराज इंटरसिटी एक्सप्रेस प्रतिदिन चलती हैं। ओएचई का काम पूरा होते ही ट्रेनें इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ेंगी।


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