पुष्पक को डिरेल करने की कोशिश पर भी पड़ रही धूल
जागरण संवाददाता, उन्नाव : आम्रपाली एक्सप्रेस के बाद पुष्पक को पलटाने की कोशिश के बाद भी जीआ
जागरण संवाददाता, उन्नाव : आम्रपाली एक्सप्रेस के बाद पुष्पक को पलटाने की कोशिश के बाद भी जीआरपी या स्थानीय पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। घटनाओं का खुलासा करने के बजाय उसको दबाने की कोशिश शुरू हो गई। आम्रपाली एक्सप्रेस को पलटाने की कोशिश के बाद भी कुछ दिन हाथ पैर मारकर जीआरपी और कोतवाली गंगाघाट पुलिस बैठ गई। पुष्पक के मामले में पुलिस ट्रेन को डिरेल करने के एंगल के बजाय उसे चोर की शरारत मानकर जल्द खुलासे का दावा कर रही है।
कानपुर-लखनऊ रूट पर एक तय सीमा में दो बड़े रेल हादसे होते-होते टले। दोनों घटनाएं अप ट्रैक पर देर रात की हैं। बावजूद इसके रेलवे और सिविल पुलिस की लापरवाही नहीं छोड़ी। आम्रपाली को पलटाने की साजिश पर भी जिम्मेदारों का ढर्रा नहीं बदला। जीआरपी और कोतवाली गंगाघाट पुलिस ने चार महीने बाद भी तह तक नहीं पहुंच सकी। रविवार रात छमक नाली पुलिया के पास पलटने से बची पुष्पक एक्सप्रेस के मामले में भी पुलिस का पुराना रवैया है। ट्रेन से टकराई बाइक के चोरी होने की एफआइआर से जांच अधिकारी ढीले पड़ गए। गंगाघाट कोतवाली प्रभारी दिनेश चंद्र मिश्रा के मुताबिक बाइक चोरी की थी। चोर को तलाश जल्द खुलासा किया जाएगा।
-------------------
आम्रपाली को लेकर हुई थी मेहनत
- ऋषिनगर केबिन से लेकर आसपास की खंती छानी।
- खंती के लोगों का सत्यापन आधार कार्ड से किया।
- ट्रेन में लूटपाट करने वाले शातिरों को उठाया गया।