नजर मिली कमजोर तो निलंबित होगा लाइसेंस
जागरण संवाददाता, उन्नाव : अब कम निगाह वाले चालक हैवी वाहन नहीं चला सकेंगे। इसके लिए एआरट
जागरण संवाददाता, उन्नाव : अब कम निगाह वाले चालक हैवी वाहन नहीं चला सकेंगे। इसके लिए एआरटीओ अधिकारियों ने एक तरीका निकाला है। अब हाईवे किनारे नेत्र शिविर लगवा हैवी वाहन चालकों की आंखों की जांच होगी। अगर चालक की निगाह कमजोर मिलेगी तो उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया जाएगा। एक तय अवधि के बाद उस चालक का फिर नेत्र परीक्षण होगा। इसमें अगर उसकी आंखों की रोशनी सही मिली तो उसका लाइसेंस रिलीज किया जाएगा। यदि ऐसा नहीं हुआ तो उसका लाइसेंस हमेशा के लिए निरस्त हो जाएगा। अधिकारियों के अनुसार यह हाइवे पर दुर्घटनाएं रोकने का प्रयास है।
जानकारों की मानें तो हैवी वाहनों से हाइवे पर होने वाले एक्सीडेंट का कारण कई बार चालक की निगाह न पड़ना भी होता है। चालकों की कमजोर निगाह से अक्सर ऐसी दुर्घटनाएं होती रहती हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, वैसे तो हैवी लाइसेंस बनते समय तो चालक की आंखों का परीक्षण होता ही है लेकिन अब वाहन चलाते समय कभी भी उसकी आंखों की जांच करवाई जा सकती है। इसमें पहले इन चालकों का लाइसेंस तीन माह के लिए निलंबित होगा। इसके बाद उनकी फिर से जांच करवाई जाएगी। अगर इसमें चालक की आंखें सही होंगी तो उसे लाइसेंस रिलीज कर दिया जाएगा। ऐसा न होने पर उसका हैवी लाइसेंस हमेशा के लिए निरस्त कर दिया जाएगा।
जिले में दो साल में जा चुकीं सैकड़ों जानें
आंकड़ों की मानें तो हाइवे पर जिले भर में बीती जनवरी 2016 से नवंबर 2017 के बीच हैवी वाहनों से हुई दुघटनाओं में 240 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। वहीं ऐसी ही दुर्घटनाओं में 377 लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। वहीं इनमें हल्की चोट तो हजारों लोग खा चुके हैं।
लखनऊ में बैठक में इस बात को रखा गया था। बैठक में मौजूद अधिकारियों से हाइवे पर कैंप लगाकर चालकों की आंखों का परीक्षण करवाने के आदेश मिल चुके हैं। नेत्र चिकित्सकों से संपर्क कर जल्द से जल्द कैंप लगवाए जाएंगे।
- मनोज कुमार वर्मा, एआरटीओ प्रवर्तन प्रथम