डॉ. ज्ञानेंद्र ने जिले का गौरव बढ़ाया
जागरण संवाददाता उन्नाव भगवंतनगर विधानसभा क्षेत्र के पाटन गांव निवासी डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने
जागरण संवाददाता, उन्नाव : भगवंतनगर विधानसभा क्षेत्र के पाटन गांव निवासी डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता पाई है। वह भौतिक विज्ञान विषय के राजकीय महाविद्यालय प्रवक्ता पद का मुकाम हासिल किया है। महाविद्यालय आयोग की ओर से तय किया जाएगा। इस सफलता के साथ डॉ. ज्ञानेंद्र ने जिले का गौरव भी बढ़ाया है। उनका कहना है कि उन्होंने प्रदेश में पहला स्थान पाकर यह गौरव हासिल किया है।
डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार पुत्र देव नारायण ने बेसिक व माध्यमिक शिक्षा गांव के एडेड विद्यालय से हासिल की थी। स्नातक एवं परास्नातक छत्रपति शाहू जी महाराज विवि कानपुर से उत्तीर्ण किया। भौतिक विज्ञान में नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट जूनियर रिसर्च फेलो (नेट जेआरफ) पास करने के बाद आइआइटी कानपुर से पीएचडी की डिग्री वर्ष 2016 में हासिल की थी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की में भौतिकी विभाग में पोस्ट डॉक्टरेट फेलो पद पर कार्यरत रहे। कोरोना संकट से पहले वह विश्व प्रसिद्ध शोध संस्थान आीसीएफओ स्पेन (यूरोप) में कार्यरत थे। 19 फरवरी को यूपीपीएससी का रिजल्ट घोषित हुआ है। जिसमें उन्होंने सफलता पाई है। ज्ञानेंद्र सफलता का श्रेय माता राजदुलारी और पिता के साथ पूरे परिवार और गुरुजनों को देते हैं। उनका मानना है कि विषम परिस्थितियां किसी भी व्यक्ति को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती हैं बशर्ते मन में दृढ़ संकल्प हो।
टीजीटी के नतीजे में सविता व नरेश सिंह बघेल ने पाई सफलता: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) भर्ती 2016 के नतीजे घोषित किए। हिदी और कला विषय बालिका वर्ग का अंतिम परिणाम शुक्रवार को घोषित कर किया गया है। भर्ती परीक्षा में जिले से डॉ. सविता गुप्ता, नरेश सिंह बघेल ने सफलता के साथ जिले का गौरव बढ़ाया है।
तहसील बीघापुर के गांव धानीखेड़ा निवासी डॉ. सविता गुप्ता ने टीजीटी हिदी विषय में प्रदेश में 17वां व जनपद में बालक वर्ग में प्रथम स्थान हासिल किया है। सविता ने इस सफलता से पूर्व हिदी विषय में प्रवक्ता के पद पर प्रदेश में प्रथम स्थान पर चयनित होकर जिले का प्रदेश स्तर पर नाम रोशन किया था। सविता ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी व सफलता पाने का श्रेय परिवार के साथ गुरुजनों को दिया। वहीं त्रिवेणी काशी इंटर कॉलेज बिहार के शिक्षक नरेश सिंह बघेल का भी चयन टीजीटी में हुआ है।