निगहबानों के निशाने पर रहा समाज कल्याण व बिजली विभाग
जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति दिशा की बैठक में विभागवार की जा रही समीक्षा के दौरान समाज कल्याण और बिजली विभाग पर सदन की नाराजगी फूट पड़ी। अध्यक्षता कर रहे सांसद साक्षी महराज ने तो विभाग के भ्रष्टाचार को लेकर आरोप लगाते हुए कई सवाल दागे। जिस पर विभागाधिकारी के द्वारा दी जा रही सफाई किसी काम न आई। सांसद ने समाज कल्याण से वृद्धावस्था पेंशन राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ और छात्रवृत्ति तक की योजनाओं में बाबुओं की मिली भगत के साथ विभागाधिकारी की लापरवाही बताई। वहीं अधीक्षण अभियंता को सौभाग्य योजना में गरीबों के लिए तय मानकों को धता बताने पर डांट फटकार लगाई।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति दिशा की बैठक में विभागवार की जा रही समीक्षा के दौरान समाज कल्याण और बिजली विभाग पर सदन की नाराजगी फूट पड़ी। अध्यक्षता कर रहे सांसद साक्षी महाराज ने तो विभाग के भ्रष्टाचार को लेकर आरोप लगाते हुए कई सवाल दागे। सांसद ने समाज कल्याण से वृद्धावस्था पेंशन, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ और छात्रवृत्ति तक की योजनाओं में बाबुओं की मिली भगत के साथ विभागाधिकारी की लापरवाही बताई। वहीं अधीक्षण अभियंता को सौभाग्य योजना में गरीबों के लिए तय मानकों को धता बताने पर डांट फटकार लगाई।
शनिवार को विकास भवन सभागार मे बैठक की अध्यक्षता कर रहे सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों पर पेंशन लाभार्थियों को मृत दिखाकर पेंशन बंद करने की बात कही। साथ ही छात्रवृत्ति योजना में गलत फीडिग को लेकर अधिकारियों और बाबुओं की मिली भगत बताई। इस पर समाज कल्याण अधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा कि छात्रवृत्ति की फीडिग यहां नहीं की जाती है। साथ ही छात्रवृत्ति सीधे विद्यार्थियों के खाते में शासन भेजता है। भदौरिया ने वृद्धावस्था पेंशन में लगभग 150 लाभार्थियों को मृत दर्शाने की बात स्वीकार की। कहा कि इस बाबत संबधित विकासखंड अधिकारियों को बताया जा चुका है। जल्द ही सभी पात्र पेंशन पाने लगेंगे। अधीक्षण अभियंता विद्युत से सांसद ने पूछा कि आप लोग सौभाग्य योजना में बिजली कनेक्शन धारकों के घर भी लाखों रुपए का बिल भेज रहे हैं। बताइए सौभाग्य में प्रति कनेक्शन बिजली बिल की रकम कितनी होनी चाहिए। इस पर एसई ने बताया कि 225 से 250 रुपए। इस पर सांसद ने कड़ी फटकार लगाई। कहा कि आपको सही बिल भी नहीं पता है। कहा कि ध्यान दीजिए कि सौभाग्य के उपभोक्ताओं पर अधिक बिल नहीं आना चाहिए। बैठक में एमएलसी सुनील सिंह साजन, डीएम देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, एसपी एमपी वर्मा, सीडीओ प्रेमरंजन सिंह, पीडी, डीडीओ आदि मौजूद रहे। 769 अपात्रों को दिए गए पीएम आवास
बैठक में पुरवा विधायक अनिल सिंह और मोहान विधायक बृजेश रावत ने जिला नगरीय विकास अभिकरण से संचालित पीएम शहरी आवास योजना को लेकर सवाल खड़ा किए। कहा कि हमारी विधानसभाओं में 350 अपात्र चुने गए हैं। सांसद ने कहा कि इस योजना में 1500 आवास संदेह के दायरे में हैं। बताया कि जनता शिकायत कर रही है कि 30 से 50 हजार रुपए तक की वसूली करके अपात्र पात्र बनाए जा रहे हैं। सीडीओ ने डूडा पीओ अरुनाभा का बचाव किया। बोले कि मैडम जब से आई हैं। तब से ऐसे 11 सर्वेयर बाहर किए जा चुके हैं। सदन में कम्प्यूटर ऑपरेटर नेहा श्रीवास्तव को लेकर पर कार्रवाई करने की बात जोर शोर से कही गई। वहीं पीएम ग्रामीण आवास को लेकर सदन को 419 अपात्रों से रिकवरी के बारे में जवाब देते हुए पीडी जनार्दन सिंह ने बताया कि अभी पचास फीसद वसूली हो पाई है। शेष से जारी है। तीन गांव में आज तक नहीं बना एक भी शौचालय
समित की बैठक में सफीपुर विधायक बंबालाल दिवाकर ने डीपीआरओ को बताया कि सफीपुर के दुगवां और पकरापुर में एक भी शौचालय नहीं बनवाया गया है। इसके साथ ही फतेहपुर चौरासी ब्लॉक के गांव बगुरिया में भी यही हाल हैं। यहां भी शौचालय नहीं बनवाए गए। नहीं आए सदर विधायक
जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति दिशा की बैठक में जहां तीन विधानसभाओं से विधायक मौजूद रहे। वहीं सदर विधायक पंकज गुप्ता की सदन से अनुपस्थिति चर्चा का विषय बनी रही।