सिपाही समेत 14 को डेंगू ने जकड़ा, बढ़ी दहशत
शहर से लेकर गांव तक बुखार कहर बरपा रहा है। जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी-पीएचसी तक बुखार के मरीजों से पटे हैं। बुखार पीड़ितों की संख्या में इजाफा के साथ ही डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा हे। अचलगंज थाना में तैनात एक सिपाही समेत सात लोगों को डेंगू होने की पुष्टि हुई है। सभी का कानपुर व उन्नाव के निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। सिपाही भी कानपुर के निजी अस्पताल में भर्ती है जहां उसका उपचार चल रहा है। संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग निजी पैथोलॉजियों की जांच रिपोर्ट को नकार डेगू पीड़ितों का सत्यापन कर क्षेत्र में एक्टीविटी भी कराना गंवारा नहीं कर रहा है जिससे बुखार और डेंगू महामारी का रूप लेता जा रहा है।
जागरण टीम, उन्नाव : शहर से लेकर गांव तक बुखार कहर बरपा रहा है। जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी-पीएचसी तक बुखार के मरीजों से पटे हैं। बुखार पीड़ितों की संख्या में इजाफा के साथ ही डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा हे। अचलगंज थाना में तैनात एक सिपाही समेत सात लोगों को डेंगू होने की पुष्टि हुई है। सभी का कानपुर और उन्नाव के निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। सिपाही भी कानपुर के निजी अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका उपचार चल रहा है। संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग निजी पैथोलॉजियों की जांच रिपोर्ट को नकार डेंगू पीड़ितों का सत्यापन कर क्षेत्र में एक्टीविटी भी कराना गंवारा नहीं कर रहा है, जिससे बुखार और डेंगू महामारी का रूप लेता जा रहा है।
शहर के मोहल्ला गांधीनगर में सभासद की आशा यादव की बहू अलका यादव पत्नी दीपक का कानपुर के एक अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो चुकी है। जबकि डेंगू पीड़ित गांधीनगर के ही रहने वाले एक ही परिवार के शुभम दीक्षित (32) उसके भाई उपेंद्र दीक्षित (28), भाभी निशा देवी पत्नी (26) उन्नाव के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसी मोहल्ले के रहने वाले लल्लन त्रिपाठी (38) और सुलभा शुक्ला (48) पत्नी संजीव का कानपुर के अलग-अलग नर्सिंगहोमों में इलाज चल रहा है। शहर के मोहल्ला पीतांबरनगर निवासी मनीष तिवारी व उनकी नानी सावित्री को भी निजी पैथोलॉजी की जांच में डेंगू होने की पुष्टि के बाद कानपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं शहर के शेखपुर निवासी अनीस की डेंगू से कुछ दिन पहले ही मौत हो चुकी है।
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संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग ने इनमें की पुष्टि
- संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग के प्रभारी रवि ने बताया कि निजी पैथोलॉजियों में जांच के बाद डेंगू की पुष्टि होने और कानपुर में भर्ती होने की जानकारी नहीं है। राजकीय पैथोलॉजी में हुई जांच की जो रिपोर्ट आई है उनमें ग्यानवती (27) पत्नी सुनील बंथर, वंशिका (18) पुत्री डीडी तिवारी एबीनगर, वीरपाल सिंह (30) करोवन, प्रभात (18) पुत्र धर्मेंद्र सिंह एबीनगर, सुफियान (18) पुत्र इफ्तिखार छिपियाना को डेंगू होने की पुष्टि हुई है।
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गांधी नगर में सर्वे में मिले थे डेंगू फैलाने वाले एडीज के लार्वा
- मलेरिया विभाग द्वारा संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान घर-घर सर्वे किया गया था। जिसमें दो दर्जन से अधिक घरों के कूलरों आदि में डेंगू फैलाने वाले एडीज के लार्वा मिले थे। सर्वे टीम ने गृहस्वामियों को नोटिस देने के साथ ही संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग व नगर पालिका को भी इसकी सूचना दी थी लेकिन उसके बाद भी अफसर नजरंदाज किए रहे। नतीजा है गांधीनगर में डेंगू का कहर बरप रहा है। एक जान जा चुकी है आधा दर्जन से अधिक लोग कानपुर के अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। लेकिन अभी भी संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग और नगर पालिका चेत नहीं रही है। मोहल्ले में जगह जगह जलभराव है। डेंगू पीड़ितों के घरों के आसपास ही जलभराव है और पालिका ने जल निकासी या फागिग कराना गंवारा नहीं किया है।
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अचलगंज का सिपाही विकास डेंगू की चपेट में
- अचलगंज क्षेत्र में बुखार महामारी का रूप ले रहा है। गांव गांव घर घर बच्चे, बूढ़े, जवान और महिलाएं बुखार की चपेट में है। बुखार पीड़ितों में कुछ में डेंगू के लक्षण जांच में मिले हैं। जिन्हें निजी पैथोलॉजी की जांच में डेंगू की पुष्टि हुई है उनमें अचलगंज थाने में तैनात सिपाही विकास श्रीवास्तव भी शामिल है। उसका कानपुर के लीलामणि अस्पताल में इलाज चल रहा है। अचलगंज प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार के अनुसार ओपीडी में आने वाले दस मरीजों में आठ बुखार के आ रहे हैं। सभी चिकित्सकों की ओपीडी ने रोज यह आंकड़ा सैकड़ा पार कर रहा है। सरकारी ही नहीं निजी चिकित्सकों के यहां भी बुखार पीड़ितों की भीड़ है। बुखार में डेंगू के लक्षण पाये जाने से लोगों में अब बुखार का खौफ आम जनमानस को संकट में डाले है।
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- राजकीय पैथोलॉजी की रिपोर्ट में जिनको डेंगू होने की पुष्टि हुई उन क्षेत्रों में शनिवार को संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग की टीम जाएगी। पीड़ित परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ ही दवा छिड़काव कराया जाएगा।
- डॉ. आरएस मिश्र, नोडल अधिकारी संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग